Health News, Health News in Hindi, Heart Problem: एक नए अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग रेड और प्रोसेस्ड मीट खाते हैं, उनमें दिल की बीमारी और जल्दी मृत्यु होने का खतरा अधिक होता है। हाल के शोध के अनुसार, जो लोग अपनी डाइट से मीट को हटा देते हैं उनमें कई स्वास्थ्य समस्या होने का खतरा कम हो जाता है। ब्रिटेन के एस्टन विश्वविद्यालय के एक आहार विशेषज्ञ डुआने मेलर ने यह भी कहा, “जो लोग सीमित मात्रा में मीट खाते हैं(30oz से कम) उन्हें किसी बात का खतरा नहीं रहता है।”

“हालांकि जिन लोगों को मीट पसंद है वह अगर रोजाना 70 ग्राम से कम मीट खाएंगें तो यह समझदारी होगी और उनके स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होगा। सितंबर 2019 में प्रकाशित एक सबूत की समीक्षा में पाया गया कि जो लोग रेड और प्रोसेस्ड मीट खाते हैं उन्हें कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, लेकिन उन निष्कर्षों ने इंटरनेशनल एजेंसियों की आहार सलाह का खंडन किया और बहुत आलोचना की।

अमेरिका के नॉर्थवेस्टर्न और कॉर्नेल विश्वविद्यालयों में वैज्ञानिकों द्वारा किए गए रिसर्च में पाया गया कि जो लोग सप्ताह में 2 सर्विंग रेड मीट, प्रोसेस्ड मीट या फिर पोल्ट्री मीट खाते हैं उनमें 3 से 7 प्रतिशत कार्डियोडीजिज होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा यह भी पाया गया जो लोग सप्ताह में 2 सर्विंग्स रेड और प्रोसेस्ड मीट खाते हैं, लेकिन पोल्ट्री और फिश नहीं खाते हैं उनमें प्रतिशत मौत होने का खतरा रहता है।

नॉर्थवेस्टर्न के प्रिवेंटिव मेडिसिन के एक सहयोगी नॉरवेना एलेन ने कहा, “यह काफी छोटा सा अंतर है, लेकिन रेड और प्रोसेस्ड मीट को अपनी डाइट से कम करने की कोशिश करें। उन्होंने यह भी कहा कि रेड मीट खाना कैंसर के खतरे को भी बढ़ाता है।” वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड(डब्ल्यूसीआरएफ) कहता है कि रेड और प्रोसेस्ड मीट कैंसर का कारण हो सकता है। सिर्फ मॉडेरेट अमाउंट में रेड मीट खाने की सलाह देता है।

जनवरी में द लांसेट में लिखने वाले विशेषज्ञों के एक पैनल ने मानव स्वास्थ्य के लिए एक “आदर्श आहार” को रेखांकित किया और कहा कि वैश्विक औसत रेड मीट की खपत में 50 प्रतिशत की कटौती की जानी चाहिए और नट्स, फल, सब्जी और फलियों की खपत दोगुनी होनी चाहिए।