Corona Virus, Health News, Health News in Hindi: भारत के पड़ोसी देश चीन में कोरोना वायरस से हो रही मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। दुनियाभर में कोरोना वायरस ने खौफ पैदा कर दिया है। भारत में इस वायरस को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। हालांकि इस बीच केरल में एक मामला पकड़ में आया है। इस वायरस के खतरे को भांपते हुए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय की एडवाइजरी में कोरोना वायरस से बचने के लिए होम्योपैथिक दवाओं के नाम बताए गए हैं। साथ ही यूनानी दवाओं की भी मदद लेने की सलाह दी गई। हालांकि, मंत्रालय की इस सलाह पर लोग भड़क गए।

आयुष मंत्रालय की एडवाइजरी में आयुर्वेदिक दवाओं के साथ ही सलाह दी गई है कि खतरे को टालने के लिए होम्योपैथिक दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 को खाली पेट तीन दिन तक लें। एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि, कैसे घरेलू उपचार कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम में उपयोगी साबित हो सकते हैं।

आयुर्वेद के तरीकों से कोरोना वायरस से बचें

-साफ सफाई का ध्यान रखें।
-हाथों को करीब 20 मिनट पर साबुन से धोएं।
-सदंग पनिया (मुस्ता, परपट, उशीर, चंदन, उदीच्य और नागर से तैयार पानी) का सेवन करें।
इसमें 10 ग्राम पाउडर को 1 लीटर पानी में तब तक उबालिए जबतक इसका पानी आधा न रह जाए। फिर इसे बोतल में भरकर प्यास लगने पर पिएं।
-बिना हाथ धुले अपनी आंख, मुंह और नाक न छुएं।
-पीड़ित लोगों से उचित दूरी बनाएं।
-खांसी, छींक होने पर चेहरे को ढ़कें। इसके बाद साबुन से हाथ साफ करें।
-अपने साथ साथ घर की सफाई पर भी ध्यान रखें।
-घर से बाहर जाएं तो एन95 मास्क ही इस्तेमाल करें।

आयुर्वेदिक दवाएं

-दिन में दो बार अगस्त्य हरीतकी 5 ग्राम गरम पानी के साथ लें।
-संशमनी वटी 500 ग्राम दिन में दो बार
– 5 ग्राम त्रिकटु चूर्ण(पिपाली, मरीच और शुंति) और 3 से 5 पत्ते तुलसी के पत्ते एक लीटर में उबालें। इसे आधा होने के बाद ठंडा हो जाने पर बोतल में भरकर रख लें। प्यास लगने पर इसे ही पियें।
-प्रतिमर्श नस्य: दो बूंद अनुतैला या तिल से तैयार हुए तेल को रोज सुबह नाक में डालें।

कोरोना वायरस से बचने के लिए होम्योपैथिक दवा

आर्सेनिकम एल्बम 30: तीन दिन तक रोजाना खाली पेट लें। इसी तरह इसे अगले महीने दोहराएं।

कोरोना वायरस से बचाव के लिए यूनानी दवाएं

– शरबत उन्नाब को 10 से 20 एमएल तक दिन में दो बार
– तिर्यकअर्ब का 3-5 ग्राम दिन में दो बार लें।
– तिर्यकनज्ला दिन में दो बार 5 ग्राम
– खमीरा मरवारीद 3-5 ग्राम दिन में एक बार
– सिर और सीने पर रोगनबनू/रोगनमोम/ कफूरी बाम लगाएं।
– रोगन बनफ्सा की बूंदें नाक में डालें।
– अर्कअजीब की 4 से 8 बूंदें पानी मिलाकर दिन में 4 बार सेवन करें।
– हब्‍ब-ए-इक्‍शीरबुखार की दो गोलियां बुखार आए तो दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ लें।
– शरबतनज्ला 10एमएल को 100 एमएल गुनगुने पानी में मिला कर दिन में दो बार प्रतिदिन लें।
– क्‍यूर्स-ए-सौल की दो गोली दिन में दो बार लें। हालांकि इसे चबा कर खाना होगा।

कोरोना वायरस के खतरे को भांपते हुए आयुष मंत्रालय द्वारा जारी होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक दवाओं की एडवाइजरी पर लोग भड़क रहे हैं। ट्वीटर पर लोग तरह तरह के सवाल कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ”मैं यह जानना चाहता हूं कि क्या होम्योपैथी और यूनानी के स्टूडेंट ने माइक्रोबायोलोजी पढ़ी है?”

फोटो सोर्स: Twitter

वहीं, एक अन्य ट्विटर यूजर ने तंज कसते हुए लिखा कि, क्या हम इस लिस्ट में गाय के गोबर से तैयार किए गए उपलों और गौमूत्र को भी कोरोना वायरस से बचाव की दवाओं में शामिल कर सकते हैं? सरकार के पास कुछ नहीं है।