Salt for Arthritis: गठिया(अर्थराइटिस) कई तरह की डिजेनरेटिव अवस्थाओं के समूह को कहते हैं। इस अवस्था में जोड़ों में सूजन आ जाती है और कठोरता के कारण दर्द होने लगता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस, गठिया का सबसे आम प्रकार है जो उम्र बढ़ने के साथ और बदतर होता जाता है। गठिया की समस्या के समाधान के लिए डॉक्टर एंटीइंफ्लेमेट्री मेडिकेशन और दर्द निवारक दवाइयां लेने की सलाह देते हैं। इन दवाइयों का दुष्प्रभाव भी होता है, लेकिन नमक का सेवन करने से गठिया के कारण होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है।

नमक कैसे गठिया की समस्या को कम करता है?

ऑलिव ऑयल और नमक एक साथ गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद करता है और सूजन को कम करता है। ऑलिव ऑयल आसानी से सूजन और दर्द को कम करता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं। साथ ही नमक में मैग्निशियम होता है जो मसल्स टिशू को दर्द से राहत दिलाता है।

इनका इस्तेमाल कैसे करें:
1 कप पानी, 300 मीली ऑलिव ऑयल और 150 मीली नमक लें। इन तीनों को अच्छी तरह मिलाएं और फिर उस पेस्ट को प्रभावित हिस्से पर लगाकर कुछ मिनट छोड़ दें। इससे आपको दर्द से राहत मिलेगी।

गठिया के लिए अन्य उपचार:

अदरक:
अदरक में एंटीइंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो अर्थराइटिस के दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से अदरक के तेल को प्रभावित हिस्सों पर लगाएं इससे जोड़ों का दर्द, सूजन और कठोरता कम होती है। इसके अलावा कच्चा अदरक खाने से रक्तसंचार में भी सुधार होता है जिससे दर्द कम होता है।

हल्दी:
नियमित रूप से हल्दी का सेवन करने से जोड़ों में होने वाली सूजन को कम किया जा सकता है। हल्दी में कुरकुमिन नामक तत्व होता है जिसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं जो अर्थराइटिस के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। सोने से पहले एक चम्मच हल्दी पाउडर को एक गिलास गर्म दूध के साथ मिलाकर पिएं। ऐसा करना काफी उपयोगी हो सकता है।

दालचीनी:
दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो अर्थराइटिस से ग्रसित लोगों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। रोजाना सुबह के समय एक चम्मच दालचीनी पाउडर और एक चम्मच शहद को गर्म पानी में मिलाकर पीने से जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन से राहत मिलती है। इस मिश्रण को कुछ दिनों तक पिएं।

(और Health News पढ़ें)