मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रणवीर सिंह और वानी कपूर की फिल्म “बेफिक्रे” में करीब 40 किसिंग सीन हैं। जब से ये खबर सामने आई है हर कोई हैरान है कि सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म में इतने किसिंग सीन की इजाजत कैसे दे दी? पहलान निहलानी के सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष बनने के बाद से किसी न किसी फिल्म पर “संस्कार की कैंची” चलती रही है। ऐसे में एक नहीं, दो नहीं, चार नहीं बल्कि 40 किसिंग सीन वो भी निहलानी के रहते हुए? ऐसे कैसे हुआ इसकी सफाई देने के लिए खुद पहलान निहलानी सामने आए हैं। निहलानी ने एक वेबसाइट से कहा है कि बेफिक्रे के किसिंग सीन की नीयत और मकसद अलग थी इसलिए उन्हें इजाजत दी गई।
द क्विंट ने निहलानी से पूछा कि उन्होने “तमाशा” और “ऐ दिल है मुश्किल” के किसिंग सीन पर कैंची चलवा दी थी लेकिन बेफिक्रे के सीन को हरी झंडी दे दी? जवाब में निहलानी ने कहा, “सबसे पहले तो ये कि बेफिक्रे के किसिंग सीन के नीयत और मकसद में उन फिल्मों जिनका आपने जिक्र किया से अलग था। उन फिल्मों के किसिंग सीन अंतरंग और सेक्सुअल नेचर के थे और उन्हें बहुत क्लोज-अप में शूट किया गया था। बेफिक्रे में किसिंग सीन लगाव और दोस्ती के प्रतीक हैं। और वो क्लोज अप में नहीं शूट किए गए हैं। इस वजह से दोनों के प्रभाव में बहुत बड़ा अंतर आ गया है।”
आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्देशित बेफिक्रे नौ दिसंबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म को सेंसर बोर्ड ने “यूए” सर्टिफिकेट दिया है। यानी इस फिल्म को पूरे परिवार के साथ देखा जा सकता है। आपको याद होगा पहलाज निहलानी की अध्यक्षता में सेंसर बोर्ड ने “उड़ता पंजाब” फिल्म के कई दृश्यों और संवादों पर कैंची चला दी थी। बोर्ड ने तब तर्क दिया था कि इन दृश्यों और संवाद से गलत संदेश जा सकता है।
निहलानी के निर्देशन में सेंसर की कैंची केवल देसी फिल्मों पर ही नहीं चली। जेम्स बॉन्ड सिरीज की नई फिल्म “स्पेक्टर” में दिखाए गए किसिंग सीन को भारत में दिखाने के लिए सेंसर की इजाजत नहीं मिली। सेंसर ने जेम्स बॉन्ड के किसिंग सीन की लंबाई कतर दी थी। इतना ही नहीं बोर्ड ने एक समय दो दर्जन से ज्यादा शब्दों की सूची जारी की थी जिनका फिल्मों में इस्तेमाल नहीं किया जाना था।

