अभिनेता राजकुमार और वहीदा रहमान ने साथ में कई फिल्में की। 1994 की फिल्म ‘उल्फत की नई मंजिलें’ में राजकुमार और वहीदा रहमान ने साथ काम किया। इस फिल्म में अभिनेत्री साधना भी थीं। इसी फिल्म के दौरान एक बार वहीदा रहमान और साधना ने राजकुमार को घर पर खाने के लिए बुलाया था। राजकुमार, जो कि अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते थे, वहीदा रहमान के घर खाने पर तो पहुंच गए लेकिन उन्होंने खाना नहीं खाया। इस दिलचस्प किस्से का जिक्र मशहूर लेखक और सलमान खान के पिता सलीम खान ने कपिल शर्मा शो पर किया था।

सलीम खान ने बताया था, ‘राजकुमार साहब बहुत ही इंटरेस्टिंग आदमी थे। उनकी एक फिल्म बन रही थी उल्फत (उल्फत की नई मंजिलें)। उसमें साधना जी थीं, वहीदा रहमान जी थीं तो एक दिन उन्होंने उनको खाने पर बुलाया। खाना लगने लगा। साधना जी ने कहा कि राज साहब खाना खाइए तो कहने लगे कि नहीं नहीं आप लोग खाइए।’

उन्होंने आगे बताया, ‘फिर उन्होंने कहा कि थोड़ा सा कुछ तो खा लीजिए, उन्होंने फिर मना कर दिया। जब उनसे पूछा कि आप खाना तो खाते होंगे न? तो वो बोले- जानी खाना तो हम खाते हैं, मगर इसका मतलब ये नहीं कि कहीं भी कुछ भी खा लें।’

 

राजकुमार के अक्खड़पन के ऐसे कितने ही किस्से मशहूर हैं। लेकिन उन्हें जानने वाले लोग कहते हैं कि उनका अंदाज ही यही था, वो दिल के नेक इंसान थे। राजकुमार अपने काम के प्रति बेहद ही समर्पित थे। फिल्मों में आने से पहले वो पुलिस में काम कर चुके थे और वहीं से उन्हें अपने काम में अनुशासन की सीख मिली थी। अपने काम को वो पूरी तत्परता के साथ करते थे और ये ध्यान रखते थे कि पर्दे पर कुछ भी फेक न लगे।

 

जब फिल्म नील कमल में उन्हें कपड़ों में जड़ा आभूषण पहनने को दिया गया तो उन्होंने उसे पहनने से साफ मना कर दिया था। इस वजह से फिल्म के पहले दिन की शूटिंग रोकनी पड़ी थी। नील कमल एक पीरियड फिल्म थी जिसमें राजकुमार एक मूर्तिकार का किरदार निभा रहे थे।आख़िरकार उनके लिए असली आभूषण मंगवाए गए तब जाकर अगले दिन से फिल्म की शूटिंग शुरू हुई।