मिस्टर इंडिया अपने ज़माने की बेहद सफल फ़िल्म रही थी। इसी तरह की एक कोशिश निर्देशक शेखर कपूर ने भी की थी जो कभी पूरी नहीं हो पाई। शेखर कपूर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘टाइम मशीन’ पर आमिर खान, रवीना टंडन, रेखा, नसीरुद्दीन शाह, परेश रावल जैसे बड़े कलाकारों के साथ काम कर रहे थे लेकिन उनका सपना अधूरा ही रहा।

1987 की रिलीज मिस्टर इंडिया को लेकर लोगों में साई- फाई फिल्मों का क्रेज बना हुआ था। इधर शेखर कपूर का यह सपना था कि वो इसी तरह की कोई फिल्म बनाएं। इस फिल्म की शूटिंग साल 1992 में शुरू हो चुकी थी। रेखा आमिर खान की मां के किरदार में थीं वहीं, नसीरुद्दीन शाह उनके पिता का रोल निभा रहे थे।

रवीना टंडन आमिर खान के ऑपोजिट काम कर रहीं थीं। लेकिन इस फिल्म के सामने बजट की समस्या खड़ी हुई और फिल्म अधूरी ही रह गई। जब फिल्म की शूटिंग चल रही थी तब लहरें रेट्रो नामक मीडिया प्लेटफॉर्म से फिल्म के सेट पर आमिर खान ने बात की थी।

फिल्म के बारे में उन्होंने बताया था, ‘यह मिस्टर इंडिया की तरह ही एक साई- फाई मूवी है। यह नई कहानी वाली एक मनोरंजक फिल्म है। फिल्म का प्लॉट इमोशनल है। मैं फिल्म को लेकर बेहद उत्साहित हूं। नासिर मेरे पिता का किरदार निभा रहे हैं और रेखा मेरी मां का किरदार निभा रही हैं। इस फिल्म में परेश रावल भी हैं। फिल्म में रवीना मेरी हीरोइन हैं।’

 

शेखर कपूर ने इस फिल्म के बारे में बताते हुए कहा था, ‘फिल्म की कहानी एक लड़के की है जो 90 के दशक का है, वो कॉलेज जाता है फिर वो 60 के दशक में जाकर क्या करता है, यही कहानी है। अमिताभ से मिलता है लड़का, जब वो स्ट्रगल कर रहे थे। अपने बाप से मिलता है जब उसकी शादी नहीं हुई थी। अपनी मां को दुल्हन बने देखता है।’

 

शेखर कपूर ने इस फिल्म को बाद के वर्षों में भी नए कास्ट के साथ बनाने की कोशिश की लेकिन फिल्ममेकर्स से बात नहीं बनी जिस कारण फिल्म कभी पूरी नहीं हो पाई।