महेश भट्ट और परवीन बॉबी के रिश्तों पर काफी बातें हुई हैं। महेश भट्ट ने भी परवीन बॉबी के साथ अपने रिश्तों पर कई मौकों पर खुलकर बात की है। उन्होंने परवीन से अपने रिश्ते पर एक फिल्म, ‘अर्थ’ भी बनाई जो हिंदी सिनेमा की एक बेहतरीन फिल्म मानी जाती है। महेश भट्ट जब परवीन बॉबी की तरफ आकर्षित हुए तब वे शादीशुदा थे और उनकी एक बेटी भी थीं पूजा भट्ट। लेकिन महेश भट्ट परवीन बॉबी के प्यार में पड़कर अपने परिवार से दूर होते गए। उन्होंने इस बात का जिक्र अनुपम खेर के शो में भी किया था।

महेश भट्ट ने बताया था कि उन्होंने अपनी पत्नी से किए वादे तोड़कर एक सुपरस्टार का हाथ थामा था। उन्होंने बताया कि जब वो परवीन बॉबी के साथ रिलेशन में आए तब परवीन बड़ी स्टार थीं जबकि वो एक स्टगलर थे।

महेश भट्ट ने कहा था, ‘मैं जब 20 साल का हुआ तब मैंने बहुत सी मुश्किलें झेलीं। मैंने 2 से 3 फिल्में बनाई जो फ्लॉप हुईं। मैं एक टैलेंटेड नौसिखिया था। मगर फिर शादी के बाद एक एक्सट्रा मैरिटल अफेयर हुआ। वो लड़का जो प्यार के कसमें खाता था, जिसने वादे किए थे, वो उन वादों को तोड़कर एक स्टार के साथ जुड़ गया।’

महेश भट्ट ने आगे बताया था, ‘ज़िंदगी ने कुछ ऐसी कड़वी सच्चाइयां मेरे कानों में कहीं कि हम जो 20 साल की उम्र में थे, वो 27- 28 साल की उम्र तक रहे नहीं। जिनके साथ मैं रह रहा था (परवीन बॉबी), बड़ी ही ग्लैमरस थीं, स्टार थीं। फिर उन्हें मानसिक बीमारी हो गई। जब मैंने उसे टूटते हुए देखा तो कुछ मेरे अंदर बदल गया। वो अनुभव से मुझे जो हासिल हुआ, वो ‘अर्थ’ था।’

 

महेश भट्ट की फिल्म अर्थ 1982 में आई थी जब परवीन बॉबी से उनका रिश्ता खत्म होने लगा था। इस फिल्म ने महेश भट्ट को एक सफल फिल्मकार बना दिया था।

महेश भट्ट परवीन बॉबी से साल 1977 के आखिर में मिले थे। परवीन के लिए महेश भट्ट ने अपनी पत्नी-बेटी को छोड़ दिया और वो उनके साथ आकर रहने लगे थे। परवीन बॉबी उस वक्त बड़ी स्टार थीं बावजूद इसके महेश भट्ट के साथ वो बिल्कुल एक साधारण लड़की की तरह रहती थीं। लेकिन जल्द ही उनके अंदर मानसिक बीमारी के लक्षण नजर आने लगे और वो बाकी लोगों के साथ-साथ महेश भट्ट पर भी शक करने लगीं।

 

परवीन बॉबी को हमेशा यह डर लगा रहता था कि उन्हें मारने की साजिश हो रही है और लोग उन्हें मार देना चाहते हैं। वो महेश भट्ट पर भी शक करने लगीं थीं। अपनी दवाईयां महेश भट्ट को खिलाने के बाद ही वो खुद खाती थीं।

एक दिन जब महेश भट्ट घर आए तो उन्होंने देखा कि परवीन बॉबी शूटिंग के कपड़ों में ही घर के एक कोने में बैठी हैं और उनके हाथ में चाकू है। उन्होंने महेश भट्ट को चुप रहने के लिए कहा और दरवाजा बंद कर दिया। इस घटना के बाद महेश भट्ट को लगा कि उन्होंने परवीन बॉबी को खो दिया है और वो उन्हें छोड़ अपनी पत्नी के पास आ गए थे।