माधुरी दीक्षित अपने डांस और खुबसूरती के लिए जानी जाती हैं। लेकिन जब वो इंडस्ट्री में आईं थीं तब उन्हें फिल्ममेकर्स ने फिल्मों में कास्ट करने से ही मना कर दिया था। उन्हें कहा गया कि वो हीरोइन मैटेरियल नहीं हैं। माधुरी दीक्षित ने इस बात का खुलासा अनुपम खेर के शो पर किया था। उन्होंने बताया था कि फिल्ममेकर कहा करते थे कि वो इतनी पतली हैं कि एक्ट्रेस नहीं बन सकतीं। हालांकि जब उनकी फ़िल्म तेज़ाब हिट हो गई तो फिल्ममेकर्स ने उन्हें हाथों हाथ लेना शुरू किया।
माधुरी दीक्षित ने The Anupam Kher Show पर बताया था, ‘जब इंडस्ट्री में आई तब बतौर हीरोइन मैंने दो फिल्में की लेकिन वो चली नहीं। कहीं न कहीं कहा गया कि नहीं ये हीरोइन मैटेरियल नहीं है, नहीं हो सकता। ये बहुत पतली है, ये है, वो है। कितने सारे कमेंट्स ऐसे मिले जो बहुत नेगेटिव थे।’
माधुरी ने आगे बताया था, ‘मेरे अंदर बहुत सी नेगेटिविटी आ गई थी। जब तेज़ाब चल गई तो ये सब कुछ पॉजिटिव हो गया। पहले बहुत पतली थी अब लोगों ने कहना शुरू किया कि ये तो बहुत स्लिम है, अरे ये तो बहुत अच्छा डांस करती है, इसने तो बहुत अच्छा काम किया।’
माधुरी दीक्षित को पतली होने के कारण ही सिंगर सुरेश वाडकर ने उनसे शादी करने से मना कर दिया था। दरअसल माधुरी दीक्षित के माता-पिता नहीं चाहते थे कि वो फिल्मों में आएं। इसलिए उन्होंने कम उम्र में ही माधुरी दीक्षित का रिश्ता ढूंढना शुरू कर दिया था। माधुरी दीक्षित का रिश्ता मशहूर सिंगर सुरेश वाडकर के पास भेजा गया था।
सुरेश वाडकर ने माधुरी दीक्षित के साथ शादी मना कर दिया था क्योंकि उस वक्त माधुरी बेहद पतली थीं। माधुरी दीक्षित ने इसके बाद शादी से दूरी ही बना ली थी और फिल्म करियर बनाने में जुट गईं थीं।
माधुरी ने साल 1984 में फिल्म अबोध से अपने करियर की शुरुआत की थी। फ़िल्म नहीं चली। इसके बाद उन्होंने आवारा बाप, स्वाति, हिफाजत, उत्तर दक्षिण आदि फिल्में की और ये फिल्में भी फ्लॉप रहीं। 1988 में आई फिल्म ‘तेज़ाब’ ने उन्हें काफी लोकप्रियता दिलाई और वो स्टार बन गईं।