खाइके पान बनारस वाला, खुल जाए बंद अकल का ताला…। यह गाना तो पता ही होगा आपको। गाना भले ही 1978 का हो, पर आपमें से कई का तो आज भी यह पसंदीदा गाना होगा। मस्ती और जोश से भरपूर। अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया। फिल्म ‘डॉन’ का गाना। किशोर कुमार की आवाज में। गीत अनजान का और संगीत कल्याणजी-आनंदजी का। यह सब तो आपको पता भी होगा, पर इस गाने के पीछे की एक बात शायद ही आपको पता हो। गाना काफी लंबा और जोश-मस्ती से भरा होने के बावजूद एक ही टेक में रिकॉर्ड हुआ था।
जी हां, पूरा गाना एक ही टेक में। हुआ ऐसा कि गाने की रिकॉर्डिंग के लिए सब लोग स्टूडियो में जमा थे। तभी किशोर कुमार ने एक फरमाइश कर दी। बोले- दादा, एक पान और पीकदान मंगा दो। फिर क्या था। पान और पीकदान हाजिर कर दिया गया। गाने में जितनी मस्ती है, गायक किशोर कुमार उससे भी ज्यादा मस्तमौला थे। उन्होंने पान चबाया और पीकदान में थूका। थूकने के बाद जब गाना शुरू किया तो खत्म करके ही रुके। एक बार में पूरा गाना खत्म! और वह भी बिना किसी रीटेक के!! स्टूडियो में मौजूद सारे लोग दंग। हों भी क्यों नहीं। ऐसा विरले होता है कि गायक गाना शुरू करे और खत्म करके ही रुके और रीटेक की भी जरूरत नहीं पड़े। गाना खत्म कर किशोर कुमार बैठ गए। उन्हें बधाई देने के लिए अनजान उनके पास गए तो देखा वह हांफ रहे हैं।
गाने का वीडियो देखिए:
गाने के बोल पढ़िए:
अरे भंग का रंग जमा हो चकाचक
फिर लो पान चबाय
अरे ऐसा झटका लगे जिया पे
पुनर जनम होइ जाय
ओ खाइके पान बनारस वाला
खुल जाए बंद अकल का ताला
फिर तो ऐसा करे धमालसीधी कर दे सबकी चाल
ओ छोरा गंगा किनारे वाला
खाइके पान बनारस…
अरे राम दुहाई, कैसे चक्कर में पड़ गया हाय हाय हाय
कहाँ जान फ़ँसाई, मैं तो सूली पे चढ़ गया हाय हाय
कैसा सीधा सादा, मैं कैसा भोला भाला, हाँ हाँ!
अरे कैसा सीधा सादा मैं कैसा भोला भाला
जाने कौन घड़ी में पड़ गया पढ़े-लिखों से पाला
मीठी छूरी से, मीठी छूरी से हुआ हलाल
छोरा गंगा किनारे वाला…
एक कन्या कुँवारी हमरी सूरत पे मर गई, हाय हाय हाय
एक मीठी कटारी, हमरे दिल में उतर गई हाय हाय
कैसी गोरी गोरी ओ तीखी तीखी छोरी, वाह वाह!
अरे कैसी गोरी गोरी ओ तीखी तीखी छोरी
करके जोरा-जोरी, कर गई हमरे दिल की चोरी
मिली छोरी तो, मिली छोरी तो हुआ निहाल
छोरा गंगा किनारे वाला…