राजेश खन्ना किशोर कुमार के प्रति विशेष अनुराग रखते थे। किशोर कुमार उनके रोमांटिक गानों की पहचान बन चुके थे। कहा जाता है कि जैसे-जैसे राजेश खन्ना का स्टारडम बढ़ा, किशोर कुमार भी सफल होते गए। वहीं राजेश खन्ना को मोहम्मद रफ़ी की आवाज़ कुछ खास पसंद नहीं थी और कई बार अपनी फिल्मों के लिए वो मोहम्मद रफ़ी को गवाने से मना कर देते थे। लेकिन एक बार राजेश खन्ना मोहम्मद रफ़ी के गाने की जबरदस्त तारीफ कर बैठे थे। विडंबना ये थी कि वो आवाज मोहम्मद रफ़ी की थी ही नहीं बल्कि गायक अनवर हुसैन की थी।

दरअसल अनवर हुसैन की आवाज मोहम्मद रफ़ी से इतनी मिलती-जुलती थी कि डायरेक्टर प्रोड्यूसर्स ने उन्हें काम देने से मना कर दिया था। उन्हें यह कहकर मना कर दिया जाता कि हमारे पास एक मोहम्मद रफ़ी पहले से ही है। तब उनके एक दोस्त ने उनकी मुलाकात महमूद से कराई जो किसी फ़िल्म की शूटिंग कर रहे थे।

महमूद ने उनकी आवाज सुनी तो वो काफी खुश हो गए और उन्होंने अनवर से कहा कि वो अपनी अगली फिल्म का गाना उनसे गवाएंगे। महमूद ने अपनी फ़िल्म, ‘जनता हवलदार’ के लिए अनवर से गाने गवाएं जो संगीतकार राजेश रोशन को काफी पसंद आया। ‘हमसे का भूल हुई’ और ‘तेरी आंखों की चाहत में’ अनवर के दोनों ही गानों को महमूद फिल्म ही हीरो राजेश खन्ना के पास ले गए।

 

राजेश खन्ना ने जब गाना सुना तो वो बहुत खुश हुए और अनवर की आवाज़ को मोहम्मद रफ़ी की आवाज़ समझ बोले, ‘मोहम्मद रफी साहब ने बड़े दिल से गाया है गाना, बहुत अच्छा गाया है।’ उनकी बात सुन महमूद चौंक गए क्योंकि इससे पहले राजेश खन्ना ने कभी मोहम्मद रफ़ी की तारीफ नहीं की थी।

फिर उन्होंने राजेश खन्ना को बताया कि ये गाना मोहम्मद रफ़ी ने नहीं बल्कि नए सिंगर अनवर हुसैन ने गाया है। राजेश खन्ना ने तब कहा था कि फिल्म के बाकी गाने भी अनवर से ही गवाएं जाएं।

 

राजेश खन्ना की बेहद लोकप्रिय फिल्म ‘हाथी मेरे साथी’ का सबसे मशहूर गीत ‘नफरत की दुनिया को छोड़ के’ मोहम्मद रफ़ी ने गाया मगर वो इस बात के लिए राजी नहीं थे कि उनकी इस फिल्म में किशोर कुमार के अलावा कोई और सिंगर गाए। किशोर कुमार सभी गानों के लिए राजी हो गए लेकिन इस गाने को गाने से उन्होंने मना कर दिया था।

उन्होंने कहा था कि ये गाना रफ़ी साहब ही गा सकते हैं। बड़ी मिन्नतें करने के बाद राजेश खन्ना इस बात के लिए राजी हुए थे कि गाना मोहम्मद रफ़ी गाएंगे। फ़िल्म के हिट होने में बड़ी भूमिका इस गाने की भी रही जिसे बाद में राजेश खन्ना ने भी स्वीकार किया।