अजय देवगन अपनी फिल्मों में जबरदस्त एक्शन के लिए जाने जाते हैं। एक्शन डायरेक्टर वीरू देवगन के बेटे अजय देवगन ने जब ‘फूल और कांटे’ फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू किया, तभी यह बता दिया था कि वो एक्शन रोल्स में काफी बेहतरीन काम करेंगे। अजय देवगन कॉलेज के दिनों में असल ज़िंदगी में भी एक्शन में विश्वास रखते थे। बकौल अजय देवगन, कॉलेज के दिनों में उन्होंने बहुत लोगों को मारा भी है और बहुत लोगों से मार भी खाई है। एक बार ऐसा हुआ था कि अजय देवगन की गाड़ी के नीचे एक छोटा बच्चा आते-आते बचा जिसके बाद आसपास के लोगों ने मिलकर उन्हें खूब पीटा था।

अजय देवगन ने खुद इस घटना का जिक्र ज़ी टीवी के शो यारों की बारात में किया था। उन्होंने बताया था, ‘एक्टर होने से पहले मेरा बहुत लोगों से झगड़ा हुआ है। बहुत लोगों को मारा भी है और बहुत लोगों से मार भी खाई है। एक बार तो 20-25 लोगों ने मिलकर मारा था।’

शो के होस्ट साजिद खान भी अजय देवगन के साथ उस वक्त मौजूद थे जब उन्हें मार पड़ी थी। अजय ने जब उनसे आगे की बात बताने को कहा तो साजिद ने बताया था, ‘अजय की एक सफेद जीप थी जिसमें हम सब घूमते। हॉलिडे होटल के करीब एक पतली गली थी वहां हमारे जीप के सामने तेजी से पतंग के पीछे भागते हुए एक बच्चा आ गया। अजय ने पूरी ताकत से ब्रेक लगाया, इसकी कोई गलती नहीं थी।’

 

उन्होंने आगे बताया था, ‘बच्चे को लगी नहीं लेकिन बच्चा डर गया, रोने लगा। उसके पड़ोस के लोग अचानक से आ गए। पता नहीं बहुत से लोग झुंड में कहां से आ गए और हमें घेर लिया। हमलोग समझाने की कोशिश करने लगे लेकिन कोई नहीं सुन रहा था। कह रहे थे- उतरो, उतरो, तुम अमीर लोग! गाड़ी तेज़ चलाते हो। हमें समझ नहीं आया और लोग हमें मारने लगे।’

साजिद ने बताया था कि अजय देवगन, वो और उनके बाकी दोस्त 10 मिनट तक पिटते रहे तबतक अजय देवगन के पिता को खबर हो गई और वो 150 के करीब फाइटर के साथ अपने बेटे को बचाने आ गए थे।

 

अजय देवगन अपने कॉलेज में काफी प्रभाव रखते थे।अभिनेत्री तब्बू ने बताया था कि अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर अजय देवगन तब्बू के आसपास लड़कों को फटकने नहीं देते थे। दरअसल तब्बू और अजय देवगन बचपन से ही एक-दूसरे को जानते थे और काफी अच्छे दोस्त थे। तब्बू ने कपिल शर्मा शो पर मजाक के अंदाज़ में बताया था कि अजय की वजह से वो अब तक सिंगल हैं।