विनोद खन्ना का बॉलीवुड करियर काफी रोमांचक रहा है। इन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत छोटे रोल से की थी, इनमें ज्यादातर नेगेटिव रोल थे। इसके बाद ये जल्द ही लीड रोल निभाने लगे। यह कहना गलत नहीं होगा कि इन्होंने जहां भी काम किया, वहीं अपनी एक्टिंग का लौहा मनवाया। विनोद खन्ना ने अमिताभ बच्चन के साथ कई सुपरहिट मूवी की हैं। यह भी कहा जाता है कि एक समय में अमिताभ बच्चन के स्टारडम के लिए विनोद खन्ना खतरा बन गए थे। बॉलीवुड के बाद उन्होंने राजनीति ज्वाइन कर ली और राजनीति में रहते हुए भी उन्होंने अच्छा नाम कमाया।
बॉलीवुड का ये सितारा अभी अस्पताल में भर्ती है और पूरा देश इनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहा है। जनसत्ता.कॉम भी उनके जल्द स्वस्थ होने की दुआ करता है। विनोद खन्ना की हाल में एक कथित तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही थी। इस तस्वीर में वे काफी कमजोर नजर आ रहे थे। साथ ही रिपोर्ट्स में बताया गया था कि उन्हें कैंसर है। हालांकि, अभी तक इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
ऐसे में हम आपको विनोद खन्ना की दस ऐसी मूवी बता रहे हैं, जिन्हें देखकर आप भी हो जाएंगे उनके अभिनय के मुरीद। इन फिल्मों में उनकी एक्टिंग ने बॉलीवुड में एक नया आयाम स्थापित किया है।
दबंग- इस फिल्म में विनोद खन्ना ने सलमान खान के पिता की भूमिका निभाई थी। दबंग में सलमान खान के साथ उनके संबंध ना तो अच्छे रहते हैं और ना ही नफरत भरे रहते हैं। उनकी वजह से इस फिल्म को सालों तक याद रखा जाएगा। विनोद खन्ना दबंग -2 में भी नजर आए थे। दबंग के दूसरे और तीसरे हिस्से की विनोद खन्ना की मौजूदगी के बिना कल्पना ही नहीं की जा सकती।
मेरे अपने- इस फिल्म को विनोद खन्ना के करियर की क्लासिक फिल्मों में से एक कहा जा सकता है। यह फिल्म गुलजार के निर्देशन में बनी पहली मूवी थी। यह नेशनल अवार्ड विजेता बंगाली मूवी अपनजन का रीमेक था।
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मुकद्दर का सिकंदर- यह साल 1978 की हिट फिल्मों में से एक है और शोले और बॉबी के अलावा दशक की तीसरी सबसे बड़ी हीट मूवी रही थी। इसके लीड रोल में अमिताभ बच्चन थे, लेकिन लीड रोल के समांतर विनोद खन्ना ने भी मौजूदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने इस मूवी में वकील की भूमिका निभाई थी।
अमर अकबर और एंथनी- अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना और ऋषि कपूर ने इस मूवी में अभिनय किया था। अगर इन तीनों में से एक भी एक्टर इस मूवी से गायब होता तो बॉलीवुड की सबसे आइकॉनिक इस फिल्म की कल्पना नहीं की जा सकती। दो चंचल भाईयों में विनोद खन्ना की भूमिका में स्थिरता और समझदारी देखने को मिली।
मेरा गांव, मेरा देश- इसमें विनोद खन्ना ने डाकू का रोल किया था। यह उनकी करियर के शुरुआती वर्षों की मूवी थी। इस मूवी में उनके रोल को देखकर लोग उनकी एक्टिंग के मुरीद हो गए।
इम्तेहान- यह मूवी ब्रिटिश फिल्म टू सर, विद लव से प्रभावित है। इसमें विनोद खन्ना ने एक लेक्चरर की भूमिका निभाई थी। इस मूवी में भी विनोद खन्ना ने शानदार रोल किया था।
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अचानक- विनोद खन्ना ने गुलजार निर्देशित इस मूवी में एक सैनिक का रोल अदा किया था। मूवी में वे अपने सबसे अच्छे दोस्त के साथ पत्नी की बेवफाई से टूट जाते हैं। इसके बाद उन्होंने दोनों को जान से मारकर इसका बदला लिया था।
दयावान- इस फिल्म को विनोद खन्ना और माधुरी दीक्षित के किसिंग सीन को लेकर याद किया जाता है, लेकिन इसके अलावा भी इस मूवी में बहुत कुछ है, जिसकी वजह से यह मूवी यादगार बनी। विनोद खन्ना ने इस मूवी में स्थानीय पुलिस द्वारा अपने पिता को मारे जाने का बदला लेना का रोल निभाया है। इस सुपरहिट मूवी में फिरोज खान, आदित्य पंचोली और अमरीश पुरी भी थे।
हेरा-फेरी: इस मूवी के लिए विनोद खन्ना को फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए चुना गया था। अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना ने छह मूवीज में साथ में काम किया है।
परवरिश- यह कहना गलत नहीं होगा कि अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना आत्मा से दोनों भाई हैं। इन्होंने लगातार कई हिट फिल्मों में काम किया है। इस मूवी में भी उनके अभिनय के लिए उनकी काफी तारीफ की गई थी।