80 के दौर में बॉलीवुड अदाकारा जैस्मिन अपनी एक फ़िल्म से रातों-रात चर्चा में आ गई थीं। डरावनी फ़िल्मों की खूबसूरत हीरोईन के तौर पर शोहरत हासिल करने वाली जैस्मिन पिछले कई सालों से बॉलीवुड से दूर हैं और इंटरनेट के दौर में भी उनके अस्तित्व को लेकर पुख्ता सबूत नहीं बल्कि सिर्फ कयास और अफ़वाहों का दौर जारी है। जैस्मिन ने फ़िल्म प्रोड्यूसर और निर्देशक एन डी कोठारी की फ़िल्म से अपने करियर की शुरूआत की थी। फ़िल्म का नाम सरकारी मेहमान था और ये फिल्म 1979 में रिलीज़ हुई थी। इसके पांच साल बाद जैस्मिन एक बार फिर एन डी कोठारी की फ़िल्म में नज़र आईं थी। इस फ़िल्म का नाम डाइवोर्स था। रामसे ब्रदर्स उस दौर में हॉरर फ़िल्में बनाने के लिए जाने जाते थे। 80 के दौर में हॉरर फ़िल्मों का चलन शुरू हुआ था। ‘पुरानी हवेली’, ‘बंद दरवाजा’, ‘डाक बंगला’ जैसी कई फिल्में आईं लेकिन 1988 में आई ‘वीराना’ ने कई स्तर पर लोगों का ध्यान खींचा, इसमें बड़ी वजह फ़िल्म में जैस्मिन थी।

रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म ‘वीराना’ की रिलीज़ के बाद जैस्मिन के पास अंडरवर्ल्ड तक से फोन आने लगे थे। कई अंडरवर्ल्ड के लोग उसके साथ हमबिस्तर होना चाहते थे। माना जाता है कि इस बात से जैस्मिन काफी परेशान हो गईं थी और फिर उन्होंने भारत छोड़ दिया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, फिलहाल वो अमेरिका में हैं और वहीं के एक शख्स से शादी करके अपनी जिंदगी बिता रही हैं। ‘वीराना’ के बाद वो दोबारा कभी पर्दे पर नजर नहीं आईं।

कहा जाता है कि जैस्मिन के आखिरी दिन गुमनामी के अंधेरे में गुजरे और बाद में उनकी मौत हो गई। जैस्मिन के बारे में ये कयास भी लगते रहें हैं कि वे अभी जॉर्डन में है और उन्होंने वहीं शादी कर ली है। हालांकि हैरत की बात ये है कि सोशल मीडिया के इस दौर में जहां लगभग हर सितारा किसी न किसी सोशल मीडिया अकाउंट के सहारे अपने फैंस से कनेक्टेड है, जैस्मीन की सोशल मीडिया पर नामौजूदगी कई तरह के सवाल खड़े करती है। अपने ग्लैमरस लुक्स से लोगों को दीवाना बना गेने वाली जैस्मिन की गुमनामी को लेकर किसी के पास सटीक जवाब नहीं है।

