The kapil sharma show : 50 से 60 का दशक हिंदी सिनेमा का बेहतर समय माना जाता है। इसी काल में वहीदा रहमान, हीट गर्ल आशा पारेख, नूतन, वैजयंती माला सरीखी हीरोइनों ने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया। आज के समय में एक्टरों के पास जहां करोड़ों की वातानुकूलित वैनिटी वैन होती है जिसमें शूटिंग के बीच आराम फरमाते हैं, वहीं अब स्टूडियोज भी काफी सुविधा संपन्न हो चुके हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि उस जमाने की हीरोइनें किन मुश्किल हालात में फिल्म शूट किया करतीं थीं। इन्हीं सब मुश्किलों का राज खोला वहीदा रहमान और आशा पारेख ने द कपिल शर्मा के सेट पर। वहीदा रहमान ने उस जमाने की मशहूर फिल्म मुगल-ए-आजम से जुड़ा किस्सा शेयर करते हुए कहा कि मुगल-ए- आजम जिस मोहन स्टूडियो में बन रही थी वहां कोई वाशरूम तक नहीं था। बिमा वॉशरूम के 8 घंटे तक करना पड़ता था शूट।

इस मुसीबत से तंग आ कर वहीदा ने एक्टर महमूद से मिलकर स्टूडियो मालिक को उनसे पैसे लेकर वॉशरूम बनवाने को बोला। लेकिन जब अगले शेड्यूल पर शूट करने वहीदा स्टूडियों आईं तो सबसे पहले वॉशरूम के बारे में ही पूछा। वहीदा ने मालिक से वॉशरूम देखने की इच्छा जताई। वहीदा ने जब वो वॉशरूम देखा तो हैरान रह गईं। स्टूडियो वालों ने वहां के कॉरिडोर में सिर्फ एक थंडरबॉक्स रख दिया था। ये उनके लिए भयानक था। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए आशा पारेख और हेलन ने कहा कि वॉशरूम जैसी सुविधा ना होने से हम लोगा सेट पर पानी पीना ही छोड़ दिया था।

बतातें चलें कि वहीदा रहमान हिंदी सिनेमा में पचास, साठ, और सत्तर के दशक की बेहतरीन एक्ट्रेस में से एक हैं। उन्हें वर्ष 2013 में भारतीय फिल्म व्यक्तित्व के लिए शताब्दी पुरस्कार, फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है, इसके अलावा उन्होंने अपने फिल्मी करियर में फिल्मफेयर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, बेस्ट एक्ट्रेस नेशनल अवार्ड और बतौर सर्वश्रेष्ठ एक्ट्रेस दो फिल्मफेयर अवार्ड्स जीते हैं। उन्हें विभिन्न मीडिया आउटलेट्स द्वारा बॉलीवुड की “सबसे खूबसूरत” अभिनेत्री के रूप में उद्धृत किया गया है।

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