Taarak Mehta Ka Ooltah Chshmaah: टीवी के लोकप्रिय सीरियल तारक मेहता…में जेठा लाल अपनी पड़ोसी बबीता पर जान लुटाते हैं। बबीता अगर सामने आ जाएं तो जेठा लाल सब कुछ भूल कर उनसे फ्लर्ट करना शुरू कर देते हैं। ऐसे ही एक बार शो में दिखाया गया था कि गोकुलधाम सोसायटी में पानी के टैंक में पानी खत्म हो गया होता है। जिस वजह से सोसायटी के सेक्रेटरी आत्माराम तुक्का राम भिडे़ बाहर से पानी का टैंकर मंगवाते हैं, जिससे सभी गोकुलधाम वासियों का काम चल जाए। जिसके बाद टैंकर आते ही सभी लोग अपने घरों से बाल्टियों, घड़े, लेकर पानी भरने टैंकर के पास पहुंच जाते हैं।

पानी की इस लाइन में जेठा लाल भी खड़े होते हैं। तभी वहां बाल्टी लेकर बबीता भी पहुंचती हैं। जिन्हें देख कर आदत से मजबूर जेठा लाल उनसे फ्लर्ट करना शुरू कर देते हैं। जेठा लाल का फ्लर्ट देखते ही देखते इतना बढ़ जाता है कि उन्हें ध्यान ही नहीं रहता कि, कब डॉक्टर हाथी के बेटे गोली का धक्का जेठा लाल को लग गया। इसके बाद जेठा धक्का लगने की वजह से पहले बबीता के ऊपर गिर रहे होते हैं बात में गलती से बापू जी के ऊपर गिर जाते हैं।

बात यहीं पर खत्म नहीं होती, असली मुसीबत तो तब पैदा हो जाती है, जब जेठा लाल के कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाने के चक्कर में उनका पैर घड़े में फंस जाता है। जिसके बाद वो जोर जोर से चीखने लगते हैं। हालांकि उनकी प्यारी पड़ोसन बबीता के हाथ लगाने से टप्पू के पापा सुख मेहसूस करते हैं। लेकिन कुछ ही देर में वो दर्द से फिर चीखने लगते हैं। जिसके बाद सोढी जेठा लाल का पैर घड़े से निकालने की कोशिश करता है लेकिन वो नाकामयाब हो जाता है। इसके बाद मेहता साहब कहते हैं कमाल है लोगों का घड़े में सिर होता है, जेठा लाल का पैर घड़े में है।

कुछ देर बार डॉक्टर हाथी अपने दिमाग में आए आइडिये से जेठा लाल का पैर घड़े में से निकाल देते हैं। इसके बाद जेठा लाल की सांस में सांस आती है। तभी सब कहते हैं अंत भला तो सब भला। वहीं इस तरह एक बार फिर जेठा लाल का बबीता को अपनी बातों से इंप्रेस करने की कोशिश करना उन्हीं पर भारी पड़ जाता है।