Shri Krishna 9th May 2020 Episode 7 Online Update: देवकी के सातवें गर्भ के रूप में स्वयं शेष नाग पधारे हैं। लेकिन योगमाया उनको रोहिणी के गर्व में स्थापित करके, स्वयं देवकी के गर्भ में प्रवेश करेंगी। रामावतार में लक्ष्मण बनें शेषनाग इस बार बलराम बनकर भगवान के बड़े भाई की भूमिका में नजर आएंगे।

शेषनाग देवकी के सातवें गर्भ के रूप में प्रवेश करते हैं। शेषनाग के गर्भ में जाने से पूरे कारागार में प्रकाशपुंज फैल जाता है। ऐसे प्रकाश को देख देवकी और वासुदेव भी चकित रह जाते हैं। वहीं कारागार में मौजूद सिपाही इसकी तुरंत सूचना कंस को देते हैं। कंस कहता है कि ये अवश्य ही विष्णु होगा। वह बहुत ही मायावी है। लेकिन इस बार मेरे हाथों से नहीं बचेगा। कंस इसके बाद देवकी-वासुदेव के पास पहुंचता है।

जैसे ही कंस के पास ये सूचना पहुंचती है कि देवकी ने सातवां गर्भ धारण किया है और पूरे कारागार में प्रकाशपुंज फैल गया है,वह तुरंत देवकी के पास पहुंचता है। सातवें पुत्र को विष्णु समझ कंस देवकी को ही खत्म करने की चेष्टा करता है लेकिन उसके सामने अंधकार छा जाता है। उसे सांप दिखाई देने लगता है जो उसकी आंखों में विष डालने की कोशिश करता है। कंस भयभीत हो वहां से भाग निकलता है। सपने में भी कंस को वहीं सांप नजर आता है।

क्षीर सागर छोड़कर शेषनाग विष्णु से गुहार लगाते हैं कि इस बार आप मुझे अपना बड़ा भाई बनाकर सेवा का अवसर प्रदान करें प्रभु। शेषनाग कहते हैं कि रामावतार में आपने मुझे छोटा भाई बनाया। अगर मैं बड़ा भाई होता तो कभी भी आपको वन जाने की आज्ञा नहीं देता है। हे प्रभु इस बार जब अवतार धारण करने जाएं तो मुझे बड़ा भाई बनाकर सेवा का अवसर प्रदान करें। देवकी के सप्तम गर्भ में जाने की आज्ञा दें। विष्णु शेषनाग को तथास्तु कह अंतर्ध्यान हो

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Highlights

    22:02 (IST)09 May 2020
    कंस के सैनिको ने मचाया बृजमंडल में आतंक

    देवकी के गर्भ में आठवें गर्भ की खबर सुनकर पूर बृजमंडल में खुशी की लहर दौड़ गई है। सबको यकीन हो गया है कि आकाशवाणी के अनुसार कंस के काल और जगत के तारण हार जन्म लेने वाले हैं। जब ये बात कंस का सैनिक सुनता है तो वो बृजवासियों तो कंस के नाम से डराता है। लेकिन वो कहते हैं अब हम महाराज कंस से भी नहीं डरते क्योंकि अब हमारे तारण हारा आ रहे हैं। जिसके बाद कंस के सैनिक को जख्मी कर देते हैं। जैसे ही ये खबर कंस तक पहुंचती है वो तुरंत अपने ज्यादा से ज्यादा सैनिक बृज में भेज कर आम नागरिकों पर अत्याचार करवाता है। कंस कहता है कि जो भी विष्णु की पूजा करते दिखे उसे जीवित मत छोड़ो मौत के घाट उतार दो। जिसके बाद कंस के सैनिकों ने पूरे राज्य में अफरा-तफरी मचा दी है।

    21:51 (IST)09 May 2020
    कारागार में बंद देवकी ने वासुदेव से कहा अच्छा है हो गया गर्भपात

    देवकी और वासुदेव कारागार में कंस के बंदी है। इस दौरान देवकी के 6 नवजात शिशुओं की हत्या कर देने वाले कंस को उनके सातवें गर्भ का भी इंतजार था। लेकिन देवकी को लग रहा है कि उनका गर्भपात हो गया है। जिसके बाद कारागार में बैठे-बैठे देवकी वासुदेव से कहती हैं कि अच्छा हुआ मेरे सातवें शिशु का गर्भपात हो गया। वरना वो पापी कंस उसे भी मार देता। जिसके बाद वासुदेव उन्हें समझाते हैं कि जो कुछ भी होता है वो विधाता की मर्जी से होता है। तुम हृदय में कोई शोक मत करो।

    21:35 (IST)09 May 2020
    गर्भ में पुत्र आने से घबराई रोहिणीं

    वासुदेव की पहली पत्नी रोहिणी की गर्भ में योगमाया एक बालक को छोड़ गई हैं। जिसके बाद रोहिणी  ने यशोदा को बताया कि उनके गर्भ में एक अजीब प्रकाश हो रहा है। इसके बाद यशोदा ने उन्हें बताया कि मां मेरे सपने में आई थीं। उन्होंने मुझे बताया कि देवकी की सातवीं संतान उन्होंने आपके गर्भ में स्थापित की है। जिसके बाद रोहिणी ये सुनकर घबरा गईं उन्होंने नन्द राय और यशोदा से कहा कि अब क्या होगा मैं इतने वर्षों से आप लोगों के साथ रह रही हूं। कौन इस बात को मानेगा कि ये पुत्र चमत्कार से प्रप्त हुआ है। सब नगर वासी हम लोगों पर भद्दे आरोप लगाएंगे।

    21:22 (IST)09 May 2020
    रोहिणी के गर्भ में पधारे बलराम

    रोहिणी के गर्भ में देवकी का सातवां गर्भ आया है। रोहिणी दर्द के मारे करहा रही हैं। इस दौरान नन्द राय और यशोदा रोहिणी को समझा रहे हैं कि ये देवकी का सातवां गर्भ है जो आपके पेट में हैं। यशोदा मैय्या ने रोहिणी को बताया कि मेरे सपने में देवी मां आई थी और उन्होंने मुझे बताया कि आपके गर्भ में उन्होंने देवकी की सातवीं संतान स्थापित की है।

    21:06 (IST)09 May 2020
    देवकी के सातवें गर्भ को रोहिणी में स्थापित करने लिए धरती पर आईं योगमाया

    विष्णु ने योगमाया से देवकी के सातवें गर्भ को रोहिणी के गर्भ में स्थापित करने को कहते हैं। रोहिणी के गर्भ से ही बलराम जन्म लेंगे। वहीं योगमाया यशोदा के गर्भ से जन्म लेती हैं।

    21:05 (IST)09 May 2020
    देवकी के सातवें गर्भ में शेषनाग हुए स्थापित

    शेषनाग देवकी के सातवें गर्भ के रूप में प्रवेश करते हैं। शेषनाग के गर्भ में जाने से पूरे कारागार में प्रकाशपुंज फैल जाता है। ऐसे प्रकाश को देख देवकी और वासुदेव भी चकित रह जाते हैं। वहीं कारागार में मौजूद सिपाही इसकी तुरंत सूचना कंस को देते हैं। कंस कहता है कि ये अवश्य ही विष्णु होगा। वह बहुत ही मायावी है। लेकिन इस बार मेरे हाथों से नहीं बचेगा। कंस इसके बाद देवकी-वासुदेव के पास पहुंचता है।