पूरब निशा के साथ बात करता है और वो पूरब को बताती है कि वह एक शिक्षक है और पूरब उसे बताता है कि उसकी बहन भी एक शिक्षक है और उसने अभि नाम वाले छात्र को सिखाया है जो कि उसका पति है। वहां मुन्नी अपने चेहरे पर पाउडर लगा रही होती है। आलिया और तनु भी वहां तभी आते हैं और आलिया उसे अपने चेहरे को साफ करने के लिए कहती है। लेकिन मुन्नी कहती हैं कि कम से कम उसका दिल साफ है।
आलिया मुन्नी से पूछती है कि क्या वह जानती है कि घर में पूजा है तभी मुन्नी ने सीधा तरीके से कहा था। तनु पूछती है कि क्या वह जानती है कि यह पूजा शादीशुदा लोगों की और ये जोड़ी से किया जाना चाहिए है। मुन्नी कहते हैं कि वह ऐसा नहीं कर सकती क्योंकि यह अभि को दुख नहीं पहुंचा सकती है। तनु कहती है कि अगर वो अभि के साथ पूजा में बैठेगी तो अभि के साथ धोखा होगा ही मुन्नी के होने वाले पति के साथ भी धोखा होगा। आलिया कहती है कि वो इस बार कुछ भी नहीं कर सकते।
वह फिर मुनी को स्थिति संभालने के लिए कहती है और पूजा में बैठने से इंकार करने को कहती है क्योंकि इससे उनके परिवार के सदस्यों में प्रज्ञा के लिए नफरत बनने में उनकी मदद मिलेगी। निशा अपने स्कूल से उसके घर लौट रही है, तभी दो गुंडे उसके पीछे आते हैं। निशा को शक होता है कि वे कल वाले ही लुटेरे हैं, वो डर कर पास की दुकान में घुस जाती है। वह पिछले दरवाजे से बाहर निकलती है, लेकिन गुंडे उसे फिर भी दौड़ में पकड़ लेते है।
वहां अभि अपने कमरे में एक रोमांटिक माहौल के लिए तैयारी कर रहा होता है और सोचता है कि उसने बिना किसी मदद के सभी तैयारी की है और वह पुरानी बातें याद करता है। तभी अभि पूरब को फोन करता है और उसे वहां मस्ती करने के लिए कहता है और कहता है कि उसे अपने लिए एक लड़की ढूंढ लेनी चाहिए।