‘सोनी टीवी’ पर प्रसारित होने वाले धारावाहिक ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी’ में सोनाक्षी सुबह पांच बजे उठ कर तुलसी की पूजा करने जाती है। ईश्वरी उसे समझाती है। इधर सोना के पापा और मां उसे काफी मिस करते हैं और उसे फोन करते हैं। वो बताती है कि उसे तुलसी पूजा के लिए उठना पड़ा है। उसके पापा बोलते हैं कि अगर उसका मन ना करे तो उन लोगों की बात मानने की जरुरत नहीं है। सोनाक्षी उन्हें झूठ बोल कर फोन रख देती है। वो सोचती है कि वो सब धीरे धीरे सीख जाएगी, सभी गलती कर के ही सीखते हैं। सोना का भाई सौरभ घर पर बोलता है कि अब वो ऑफिस घर का खाना लेकर जाएगा। इस पर उसकी मां बोलती है कि पहले तो सोना के बोलने पर वो उसकी बात नहीं मानता था लेकिन अब ऐसा क्या हो गया। सोरभ बोलता है कि अब सोना पास में नहीं है तो उसकी बात मानने का मन करता है।
देव कमरे में आता है तो सोनाक्षी को सोफे पर सोता हुआ पाता है। वो जल्दी से किचन में जाता है और उसके लिए खाना परोसने लगता है। तभी वहां ईश्वरी आ जाती है तो उसे बोलती है कि भोला उसके लिए खाना ले जाएगा , तुम्हें लेट हो रही होगी। इस पर देव बोलता है कि ये उसकी जिम्मेदारी है आखिर वो अब उसकी बीवी है। वो उसे खाना खिलाता है। वो सोना को बोलता है कि उसने डॉ समझ कर उससे शादी की थी लेकिन वो तो एक बेबी गर्ल निकली।
देव, ऑफिस के लिए निकलता है। वो सोनाक्षी को एक नोट देता है जिसमें लिखा होता है कि वो शाम को जल्दी ही घर आ जाएगा। ईश्वरी, सोना को बोलती है कि उसने उसकी बात नहीं मानी। उसे जो आता है वो वही करे जो नहीं आता है वो करने की जरुरत नहीं है। एक अच्छी बहु बनना बहुत ही मुश्किल है। इसलिए वो उन सब कामों को हाथ ही ना लगाए जिसे करने की उसमें काबिलियत ही नहीं। ये सब सुनकर सोनाक्षी को काफी बुरा लगता है। ईश्वरी बोलती है कि जब कोई उसकी बुराई करेंगे तो वो बस उसकी बुराई नहीं होगी वो उसके घर की बुराई और उसके बेटे देव के पसंद की बुराई होगी। जिसे वो बरदाश्त नहीं कर सकती है। इसलिए अच्छा होगा कि परफेक्ट बनने की कोशिश ना ही करे।
खाने की टेबल पर सोनाक्षी को सभी अलग अलग चीजों की फरमाईश करते हैं। ईश्वरी उसकी मदद करना चाहती है लेकिन दादी उसे रोक देती है। तभी वहां एक कुरियर वाला आता है। वो मिसेज दीक्षित को बुलाता है तो ईश्वरी दरवाजे पर आती है । तो पार्सल वाला बोलता है कि ये सोनाक्षी दीक्षित के लिए है। निक्की बोलती है कि ये नई वाली मिसेज दीक्षित के लिए है। ईश्वरी को ये सुन कर बहुत बुरा लगता है। उसका गिफ्ट निक्की ले लेती है और खोलने लगती है। उसकी मां उसे डांट कर सोनाक्षी को वापस करने बोलती है। ईश्वरी, सोनाक्षी को दुर्गा स्थापना के लिए नीचे तैयार होकर आने के लिए बोलती है। ऑफिस में देव के सारे कलीग्स नयुलीमैरिड देव की काफी टांगखिंचाई करते हैं। ईश्वरी , देव को फोन करती है और उसे दादी को रिषिकेष छोड़ने के लिए कहती है। वो जाना नहीं चाहता पर वो उसे मना लेती हैं।
सोमवार के एपिसोड में आप देखेंगे कि सोनाक्षी, ईश्वरी से बोलती है कि वो भी नवरात्री का व्रत रखना चाहती है। इस पर ईश्वरी बोलती है कि इसमें काफी नियम करने होते हैं और उसे देव से नौ दिन तक अलग रहना पड़ेगा।
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