‘सोनी टीवी’ पर प्रसारित होने वाले शो ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी’ में देव और सोनाक्षी सुबह में घर वापस आते हैं। सोनाक्षी के पापा ये देख कर खुश होते हैं कि दोनों की प्रॉब्लम सॉल्व हो चुकी है। सौरभ, सोना से कहता है कि उसने बिजनेस के लिए वेबसाइट और ऑनलाइन एप तैयार कर लिया है तो वो एक बार चेक कर ले। उसकी मां कहती है कि सोना रात भर सोई नहीं है तो उसे सोना चाहिए। देव, बिजॉय से चार्जर मांगता है ताकि फोन चार्ज करके वो अपनी मां से बात कर सके। इधर ईश्वरी सुबह में बिजॉय के घर जाने की तैयारी करती है।  डायनिंग टेबल पर सभी बैठ कर नाश्ता करते हैं। देव सोना की मां की बगल में बैठकर सोनाक्षी को जलाता है। तभी सोनाक्षी, दरवाजे पर ईश्वरी को देखती है तो उसे अंदर को बुलाती है। ईश्वरी उसकी बात का जवाब दिए बिना देव से पूछती है कि उसने उसे कॉल क्यों नहीं किया। वो कहती है कि जब सोना के पापा ने उसे घर से बाहर कर दिया था तो वो अपने घर क्यों नहीं आया। बिजॉय यहां उन्हें समझाने की कोशिश करते है ये दोनों घर के अंदर लड़ाई कर रहे थे और सबके सामने अपनी प्रॉब्लम शेयर नहीं कर पा रहे थे। इसलिए उन्होंने उन दोनों को अपनी प्रॉब्लम डिस्कस करने बाहर भेज दिया था। ईश्वरी अपने बेटे को घर से बाहर निकाले जाने पर इंसल्ट फील करती है।

ईश्वरी कहती है कि उसने बचपन में अपने बेटे को गरीबी से पाला है लेकिन कभी भी इस तरह की परेशानी नहीं होने दी। उन्होंने बिजॉय से कहा कि वे देव और सोनाक्षी की सेफ्टी के बारे में एक बार भी नहीं सोचा। वो सोनाक्षी से पूछती हैं कि वो घर जाना चाहती है या यहीं रुकना चाहती है। सोनाक्षी हां कहकर अपना सामान पैक करती है। जब वे जाने लगते हैं तो कार में आगे की सीट पर सोनाक्षी बैठने वाली होती है कि ईश्वरी वहां आ जाती है।

ईश्वरी फिर कुछ सोच कर सोनाक्षी को आगे बैठने कहती है। सोनाक्षी कहती है कि वो पीछे ठीक है और उन्हें अपने बेटे के पास ही बैठना चाहिए। ईश्वरी गुस्से में किसी से बात नहीं करती है। सोनाक्षी रास्ते में कुछ खाने के लिए कार रोकने कहती है लेकिन ईश्वरी मना कर देती है और सीधे घर चलने को कहती है। घर पहुंचने पर वो सीधे अपने कमरे में चली जाती हैं।

सोनाक्षी, ईश्वरी की तबीयत का खयाल करती है लेकिन मामीजी उसे फेक कहती हैं। वो सोना की फैमिली की बुराई करती है। देव उन्हें रोकते हुए कहता है कि इसमें उन दोनों की ही गलती थी। ईश्वरी इस बात से इंसिक्योर रहती है कि देव, सोना की मां के करीब आ गया है। देव उनके कमरे में आता है और उन्हें फल खिलाने की कोशिश करता है। इधर आशा, बिजॉय से कहती हैं कि उन्होंने ईश्वरी के दिल को चोट पहुचाई है। इस पर बिजॉय की मां कहती हैं कि ईश्वरी बस अपने बेटे की चिंता कर रह थी और ये स्वाभाविक है।

ईश्वरी, राधा रानी की बेटी रिया के लिए रिश्ते की बात करती है। राधा रानी खुश होती है कि ईश्वरी उनके बच्चों के लिए रिश्ते की बात करने जा रही है। वो कहती है कि नेहा ने तो अपनी मर्जी से शादी की और देव ने बैंगॉली लड़की से शादी की जो बिल्कुल गलत निर्णय रहा। दरअसल नेहा ने ही ईश्वरी को रिया के लिए अच्छे रिश्ते की बात करने के लिए कहा था।

देव, सोनाक्षी से कहता है कि मां कुछ भी खाना नहीं खा रही है। वो समझ नहीं पा रहा है कि वो किस बात से अपसेट हैं। सोनाक्षी कहती हैं कि हो सकता है वो पापा की वजह से नाराज हों। लेकिन अपने बेटे से वो ज्यादा देर तक नाराज नहीं रहेंगी। देव उसे प्यार करना चाहता है लेकिन सोनाक्षी उसे काम बता कर वहां से निकल जाती है।

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