‘भाभी जी घर पर हैं’ की ‘अंगूरी भाभी’ अपनी मासूम अदाओं और शानदार अभिनय के कारण सबकी फेवरेट हैं। अंगूरी भाभी का किरदार निभाने वाली शुभांगी अत्रे ने इस शो को साल 2016 में शिल्पा शिंदे के जाने के बाद ज्वॉइन किया था। इससे पहले वो कसौटी जिंदगी के, कस्तूरी, चिड़िया घर, दो हंसो का जोड़ा जैसे धारावाहिकों में नज़र आ चुकीं थीं। शुभांगी बताती हैं कि ‘अंगूरी भाभी’ का किरदार मिलना उनके लिए एक आशीर्वाद की तरह था। मायापुरी कट नामक यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में शुभांगी ने बताया कि उन्हें अंगूरी भाभी का किरदार कैसे मिला।

अंगूरी भाभी का किरदार एक दुआ है –  शुभांगी अत्रे का कहना है कि यह किरदार किसी भी एक्टर के लिए एक विश की तरह है और ऐसे किरदार टीवी में आसानी से नहीं बनते हैं। उन्होने बताया, ‘एक दर्शक के रूप में इस शो को मैं पहले भी देखती थी। मुझे पता चला था कि जो कलाकार अंगूरी का किरदार निभा रहीं थीं वो शो छोड़ रहीं हैं। मुझे लगता था कि यह किरदार किसी के लिए भी एक आशीर्वाद की तरह है। मैंने शायद प्रार्थना की होगी और भगवान ने सुन ली। अचानक मेरे पास कॉल आया और मैंने जाकर ऑडिशन दिया।’

शुभांगी ने आगे बताया कि कुछ दिनों तक कोई खबर नहीं मिली उन्हें कि वो सेलेक्ट हुईं या नहीं। उन्होंने कहा, ‘उसके बाद फिर बीच में कोई खबर नहीं थी, लेकिन थोड़े दिनों बाद कॉल आया और मेरा लुक टेस्ट हुआ। मुझे याद नहीं कि मैंने क्या परफॉर्म किया लेकिन जो भी था दिल से किया और मेरा चुनाव हो गया। सब कुछ बिल्कुल एक सपने की तरह था।’

नहीं जानती थीं एक्टिंग, सब कुछ सेट पर सीखा- शुभांगी अत्रे बताती हैं कि उन्हें एक्टिंग का शौक तो हमेशा से था लेकिन उन्होंने कभी एक्टिंग सीखी नहीं थी। उन्होंने बताया, ‘रुपहले पर्दे की शुरूआत 2006 में ‘कसौटी जिंदगी के’ से हुई। मैंने उसमें पलछिन का किरदार निभाया था। मैंने जब से होश संभाला, एक्टर ही बनना चाहती थी। जब मैं अपने होमटाउन मध्यप्रदेश से आई थी तो मुझे एक्टिंग के बारे में कुछ भी ज्ञान नहीं था, कोई आइडिया नहीं था। जो भी सीखा मैंने सेट पर आकर सीखा। और दो ही महीने में मुझे बालाजी ने एक बड़ी जिम्मेदारी दे दी, ‘कस्तूरी’ जिसमें मैं कस्तूरी का किरदार निभा रही थी। वो मेरे लिए एक बड़ी चुनौती थी लेकिन कहते हैं न कि पानी में छलांग लगा दो तो तैरना आ ही जाता है।’