बॉलीवुड एक्ट्रेस 28 मई को इंडियन एक्सप्रेस के कार्यक्रम एक्सप्रेस अड्डा की मेहमान बनीं। यहां पर उन्होंने अपनी पिछली फिल्म वीरे दी वेडिंग, बॉलीवुड में कास्टिंग काउच और नारीवाद पर लंबी बातचीत की। पूरी दुनिया में #MeToo आंदोलन के जरिए पुरुषों और महिलाओं ने आगे आकर अपने शोषण की कहानियां साझा कीं। यह आंदोलन हार्वे वेंस्टींन स्कैंडल के प्रकाश में आने के बाद शुरु हुआ। जहां दुनिया-भर की महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए, बॉलीवुड की अभिनेत्रियां इसपर चुप्पी साधे रहीं।
जब स्वरा से यह पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी कास्टिंग काउच का सामना किया है तो उन्होंने अपनी आपबीती साझा की। उन्होंने बताया कि एक बड़े निर्माता का मैनेजर उनसे लगातार उनका पता पूछता रहा। उसके साथ मीटिंग में स्वरा वहां से बाहर निकलने की जद्दोजहद कर रहीं थीं। जैसे ही वह मीटिंग से बाहर निकलीं, उस शख्स ने स्वरा को किस करने की कोशिश की।
स्वरा ने बताया, ”जब मैं उठी तो इस बंदे ने मेरे कान चूमने की कोशिश की और ‘आई लव यू बेबी’ कहा। मैंने ऐसे (खुद को दूर करने का इशारा करते हुए) किया तो उसके मुंह में मेरे बाल आ गए और… इस तरह की चीजें होती हैं। यह सब कास्टिंग काउच का ही हिस्सा है, न?”
स्वरा ने ऑडियंस से बातचीत में नारीवाद पर भी विचार साझा किये। उन्होंने कहा, ”नारीवाद एक ऐसा विचार है कि सभी लिंगों के बीच समानता होनी चाहिए। और यह समानता सिर्फ प्रतिनिधित्व में ही नहीं, अवसरों और जवाबदेही में ही भी होनी चाहिए। यह ऐसी चीज है जो महिलाओं ही नहीं, भारत के कई समुदायों में नहीं है चाहे वह जाति हो या महिला। मेरे लिए, फेमिनिज्म (नारीवाद) का मतलब महिलाओं का च्वॉइस देना है।”
स्वरा ने कहा, ”अगर कोई महिला रूढ़िवादी होना चाहती है या अपने हक को छोड़ने के लिए तैयार है तो मैं क्या कह सकती हूं? मेरे विचार में उन महिलाओं से यह पूछना पूरी तरह से जायज है कि वह खुद को बांधकर क्यों रखना चाहती हैं।”