बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। वो तमाम सामाजिक एवं राजनैतिक मु्द्दों पर अपनी राय मुखर रूप से देती नज़र आती हैं। हाल ही में एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से नेपोटिज़्म का मुद्दा एक बार फिर गहरा गया है। इन दिनों स्वरा भास्कर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसमें The Indian Express के एक प्रोग्राम में स्वरा भास्कर फिल्ममेकर करण जौहर से नेपोटिज्म को लेकर सवाल पूछती नजर आ रही हैं। वहीं करण स्वरा के सवाल पर बचते हुए जवाब देते दिख रहे हैं।

स्वरा ने करण से पूछा, आप हमेशा स्टार्स किड्स को लॉन्च करते हैं आपकी फिल्मों में आउटसाइडर्स कम होते हैं जिससे बाहर से आने वाले यंगस्टर्स को बॉलीवुड में घुसने का कोई मौका नहीं दिखाई देता है, तो ये आप की रणनीति है या फिर ये इत्तेफाक है। करण ने जवाब देते हुए कहा, ‘मैंने दो स्टार किड वरुण धवन और आलिया भट्ट को अपनी फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के जरिए लांच किया था। लेकिन ऐसा कुछ सोच कर नहीं किया था कि वो स्टार किड्स हैं।

करण ने अपने जवाब को आगे बढ़ाते हुए कहा, ‘ये सच है कि इंडस्ट्री में सब लोग एक दूसरे को जानते हैं तो साथ काम करना आसान रहता है। वरुण धवन मेरे पास असिस्टेंट डायरेक्टर बनने आए थे एक्टर बनने नहीं आए थे। वहीं आलिया को तो मैं जानता ही नहीं था। यहां तक कि मेरा महेश भट्ट से सालों तक कोई कनेक्शन ही नहीं था। मुझे तो बहुत सालों बाद पता चला कि महेश भट्ट की कोई बेटी भी है। वहीं सिद्धार्थ मल्होत्रा, मेरे ऑफिस में करण मल्होत्रा से मिलने आए थे और वहां हमने फैसला किया कि उन्हें ब्रेक दिया जाए।

इसके बाद स्वरा ने सवाल किया कि आपको क्या लगता है, कि बड़े स्टार्स के बच्चों को लॉन्च करने से  फिल्मों पर फर्क पड़ता है। इस पर करण जौहर ने कहा, मुझे नहीं लगता कि इसका कोई खास फर्क पड़ता है, क्योंकि अगर आप देखेंगी तो ऐसे कुछ ही बड़े एक्टर्स हैं जिनके बच्चों ने कोई खास पहचान बनाई है। इसके बाद करण ने कहा- ये बात सही है कि इंडस्ट्री के अंदर के लोगों पर सबकी नज़र रहती है तो उनके टैलेंट को देख पाना आसान होता है, बजाय बाहर से आने वाले लोगों का टैलेंट देख पाने के, लेकिन अंत में टैलेंट ही यहां सर्वाइव कर सकता है।