बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सुनील दत्त ने अपनी फिल्मों और अपने काम से जबरदस्त पहचान बनाई थी। सुनील दत्त अपनी बेहतरीन एक्टिंग के साथ-साथ सादगी के लिए भी खूब जाने जाते थे। उन्होंने बॉलीवुड के साथ-साथ राजनीति में भी अपना सिक्का बखूबी जमाया था। लेकिन एक वक्त ऐसा था जब सुनील दत्त बुरी तरह से कर्ज में डूब गए थे। इतना ही नहीं, कर्ज से बाहर निकलने के लिए सुनील दत्त को अपनी कार बेचनी पड़ गई थी, साथ ही बंगले को भी गिरवी रखना पड़ा था।

सुनील दत्त ने इस बात का खुलासा अपने एक इंटरव्यू के दौरान किया था। यह वाकया फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ की शूटिंग से जुड़ा हुआ है। इस फिल्म में सुनील दत्त और वहीदा रहमान ने मुख्य भूमिका अदा की थी, साथ ही अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना और राखी भी इस फिल्म में अहम भूमिका निभाते हुए नजर आए थे। इस फिल्म के जरिए ही सुनील दत्त ने डायरेक्टोरियल डेब्यू भी किया था।

सुनील दत्त ने इस फिल्म के बारे में बात करते हुए अपने इंटरव्यू में कहा था, “जब तक फिल्म पूरी हुई, तब तक मुझपर करीब 60 लाख रुपए का कर्ज चढ़ चुका था। इसके अलावा मैंने एक एक्टर के तौर पर मुझे मिली पांच फिल्में भी ठुकरा दी थीं।” सुनील दत्त ने आगे बताया कि फिल्म के फ्लॉप होने के बाद लोग अपने-अपने पैसे मांगने के लिए आने लगे थे।

सुनील दत्त ने इस सिलसिले में आगे कहा, “मैं 42 साल का था और तीन बच्चों का पिता था। उस वक्त मेरे पास पैसे नहीं थे, यहां तक कि मेरी 6 से 7 कार भी बिक चुकी थी। एक कार बची थी बच्चों को स्कूल छोड़ने और उन्हें लाने के लिए। मैंने हर जगह बस में सफर करना शुरू कर दिया था। इस बात को लेकर लोगों ने भी मुझे ताने मारने शुरू कर दिये थे। लेकिन उस दौरान नरगिस का प्रिव्यू थिएटर मेरे काफी काम आया था। इस थिएटर में फिल्म निर्माता डबिंग और प्रिव्यू के लिए आने लगे थे।”

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ सुनील दत्त ने अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड में ब्रेक देने के लिए बनाई थी। दरअसल, नरगिस और सुनील दत्त को भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का खत मिला था, जिसमें बिग बी को बॉलीवुड में ब्रेक देने की बात कही गई थी। कई प्रोडक्शन हाउस से बातचीत करने के बाद जब कहीं भी अमिताभ बच्चन के लिए बात नहीं बन पाई तो सुनील दत्त और नरगिस ने खुद ही फिल्म बनाने का निर्णय किया था।