महानायक अमिताभ बच्चन ने कई हिट फिल्मों में काम किया है। ऐसा ही सुभाष घई के साथ भी था। 70 और 80 के दशक में सुभाष घई ने एक के बाद एक कई हिट फिल्में दीं। सुभाष घई ने अमिताभ बच्चन के साथ भी एक फिल्म बनाने की घोषणा की थी। इस फिल्म का नाम था- देवा। देवा में अमिताभ बच्चन लीड रोल में थे। दोनों की जुगलबंदी का फैन्स बेसब्री से इंतज़ार भी कर रहे थे। लेकिन ये फिल्म पूरी नहीं हो पाई थी और सुभाष घई को बीच में ही शूटिंग रोकनी पड़ी थी।

सालों बाद ‘बॉलीवुड हंगामा’ से बात करते हुए सुभाष घई से इस फिल्म को लेकर सवाल किया गया था। सुभाष घई ने बताया था, ‘मैंने उनके साथ फिल्म बनाने की कोशिश की थी। लेकिन वो नहीं बन पाई थी। हालात ही ऐसे थे कि इसमें न उनका कसूर था और न मेरा। कई बार पहले ही हमें पता चल जाता है कि ये फिल्म बन नहीं पाएगी। इसमें मेरा भी कसूर था। मुझे लगता था कि हर चीज़ जल्दी होनी चाहिए। दुर्भाग्य था मेरा कि मैं उनके साथ फिल्म नहीं कर सका।’

अमिताभ की तारीफ करते हुए सुभाष घई ने कहा था, ‘हम दोनों परिवार के लोग बेहद अच्छे दोस्त हैं। कई बार तो लिखने वाले को भी लगता है कि मैंने स्क्रिप्ट तो इतनी अच्छी लिखी ही नहीं थी जितना अमिताभ ने इसे अच्छे से कर दिया। अब इसे किस्मत कह लीजिए कि हमारा प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो पाया।’ ’70mm विद रहूल’ के मुताबिक, फिल्म के सेट पर अमिताभ बच्चन पहुंच गए थे और शूटिंग भी शुरू हो गई थी।

अचानक फिल्म कर दी थी बंद: अमिताभ बच्चन के साथ सुभाष घई ने एक हफ्ते तक शूटिंग की थी और अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फिल्म को बंद करने की घोषणा की थी। सुभाष घई ने जब फिल्म बंद करने का कारण पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि हमारे कुछ क्रिएटिव डिफ्रेंस हैं। दरअसल फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन सेट पर थे और उन्होंने अपने असिस्टेंट को बुलाकर कहा कि सुभाष घई साहब को बुला लाइए। उनका असिस्टेंट सुभाष घई के पास पहुंचा।

अमिताभ बच्चन के असिस्टेंट ने सुभाष घई के पास जाकर कहा कि सर ने आपको बुलाया है और वह स्क्रिप्ट की कुछ चीजें डिस्कस करना चाहते हैं। सुभाष घई को ये अच्छा नहीं लगा और उन्होंने कहा कि अमिताभ जी से कहिए अगर कुछ डिस्कस करना है तो यहां आ जाइए। इसके बाद सुभाष ने कुछ दिनों बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और फिल्म बंद करने की घोषणा कर दी।