साल 2009 में हॉलीवुड फिल्‍म स्‍लमडॉग मिलिनेयर के जरिए सिनेमा पर्दे पर नजर आए मुंबई की झुग्‍गी बस्‍ती के दो बच्‍चों रूबीना अली और अजहरूद्दीन की कहानी अब भी परीकथा सी है। दोनों अब 16 साल के लगभग हो चुके हैं और फिल्‍मों को ही अपना कॅरियर बनाने का सपना देख रहे हैं। हालांकि इस दौरान कुछ ऐसी बातें भी हैं जो उन्‍हें हकीकत से जोड़े हुए हैं। रूबीना मुंबई से 60 किलोमीटर दूर नालासोपारा में रहती है और वह कहती है कि हर लड़की का सपना होता है हीरोइन बनना। मैं फिल्‍मों में ही जाना चाहती हूं। वहीं अजहरूद्दीन भी इस सपने के साथ जी रहे हैं। रूबीना और अजहर दोनों को ‘स्‍लमडॉग…’ के रोल के लिए 300 बच्‍चों में से चुना गया था। विकास स्‍वरूप की किताब ‘क्‍यू एंड ए’ पर आधारित इस फिल्‍म में रूबीना ने फ्रीडा पिंटो के और अजहर ने देव पटेल के बचपन की भूमिका निभाई थी।

इस फिल्‍म के बाद दोनों को निर्देशक डेनी बोयल के बनाए ट्रस्‍ट की ओर से एक-एक अपार्टमेंट दिया गया। अजहर सांताक्रूज में अपने एक कमरे के अपार्टमेंट में रहता है जो कि दो साल बाद 18 साल की उम्र पूरी होने के बाद उसके नाम हो जाएगा। वहीं रूबीना ने पिछले साल अपनी मां के साथ रहने के लिए बांद्रा स्थित फ्लैट छोड़ दिया था। रूबीना और अजहर के दिन अभी स्‍कूल, ट्यूशन, परीक्षाओं और टीवी देखने में गुजरते हैं। स्‍लमडॉग फिल्‍म के बाद ही दोनों की स्‍कूली पढ़ाई शुरु हुई थी। जय हो ट्रस्‍ट ने दोनों का बांद्रा की एक स्‍कूल में दाखिला कराया था। अजहर अभी सातवीं और रूबीना 10वीं की परीक्षाओं की तैयारियों में जुटी हैं।

जय हो ट्रस्‍ट ही पढ़ाई के अलावा रूबीना और अजहर के अन्‍य खर्चों को उठाता है जिसमें रूबीना की बैले क्‍लासेज और अजहर की क्रिकेट कोचिंग भी शामिल है। रूबीना फ्रीडा पिंटो को अपनी आइकन मानती है और दो साल पहले उसने फ्रीडा से फोन पर बात की थी। इस वाकये को लेकर वह अभी भी चहक उठती है। दोनों कलाकार साल-दो साल में एक बार फिल्‍म निर्देशक डैनी बॉयल से भी मिलते हैं। अपनी पुरानी जिंदगी के बारे में अजहर बताता है कि ऐसा लगता है मानो वह दूसरी जिंदगी थी। हमारे पास न तो पक्‍की छत थी और मानसून में कमर तक पानी भर जाता था। नगर निगम कई बार हमारे मकान तोड़ दिया करता था। वहीं रूबीना कहती है कि वह अब पिछली जिंदगी के बारे में नहीं सोचती। मैं नहीं चाहती थी कि इससे मेरे भविष्‍य पर असर पड़े। वह एक्‍टर से लेकर फैशन डिजाइनर और एनजीओ में टीचर बनने तक के सपने देखती है। वह कहती है कि पैसे जरूरी है हालांकि इज्‍जत और प्रसिद्धि भी जरूरी है।

मुस्लिम समुदाय के बारे में रूबीना कहती है कि कुछ लोग सोचते हैं कि जींस पहनने वाली लड़कियां बुरी होती हैं और बुर्का पहनने वाली सही लेकिन जो कुछ भी जीने के लिए किया जाए वह सही होना चाहिए। वह दिन में पांच बार नमाज पढ़ती है और हिट एंड रन केस की सुनवाई के दिन उसने सलमान खान के लिए विशेष नमाज भी पढ़ी थी। अजहर भी सलमान खान को अपना आदर्श मानता है हालांकि वह अपनी गर्लफ्रैंड के बारे में बताने से संकोच करता है और कहता है कि मां जिसे चुनेगी उसी से शादी करूंगा। वहीं रूबीना इस बारे में कहती है कि वह चाहती है कि किसी दिन उसे प्‍यार हो जो ताउम्र चले और जिसका परीकथा जैसा अंत हो।