ऐसा लगता है कि संजय लीला भंसाली की अपकमिंग फिल्म पद्मावती के लिए सबकुछ ठीक नहीं है। इस साल की शुरुआत में जयपुर में लगे सेट्स पर तोड़फोड़ की गई थी और फिल्म निर्माता को इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में थप्पड़ मारे गए थे। अब फिल्म में इस्तेमाल किए गए आउटफिट पर हमला किया गया है। श्री राजपूत करणी सेना ने पद्मावती के पोस्टर्स में आग लगा दी है। फिल्म निर्माता पर वादे से पीछे हटने के चलते विरोध जताने के लिए ऐसा किया गया है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के साथ हुई बातचीत में श्री राजपूत करणी सेना के जयपुर के जिला अध्यक्ष नरायण सिंह दिवराले ने कहा- जयपुर में शूटिंग करते समय भंसाली ने वादा किया था कि वो हमें और इतिहासकारों को रिलीज से पहले फिल्म दिखाएंगे। लेकिन तब से किसी ने भी हमसे संपर्क नहीं किया और ना ही हमें फिल्म दिखाई गई। इसी वजह से हम फिल्म को तब तक रिलीज नहीं होने देंगे जब तक कि इसे संगठन के सदस्यों और इतिहासकारों से स्वीकृति नहीं मिल जाती।
इससे पहले श्री राजपूत करणी सेना के संरक्षक और संस्थापक लोकेंद्र सिंह काल्वी ने आईएएनएस से कहा था, “लगभग 20 दिन पहले भंसाली की टीम से किसी ने फोन किया था और हमें फिल्म देखने के लिए कहा था। लेकिन, हमने उन्हें फिल्म को इतिहासकारों और बुद्धिजीवियों को दिखाने के लिए कहा। उसके बाद से हमारी उनसे बात नहीं हुई।” उनका बयान फिल्म के फर्स्ट लुक की रिलीज के बाद आया। इस फिल्म में दीपिका पादुकोण रानी पद्मिनी या चित्तौड़ की पद्मावती का किरदार निभा रही है। फिल्म में रणवीर सिंह अल्लाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभा रहे हैं।
जनवरी में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाली की ‘पद्मवती’ की टीम के लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया था, उपकरणों को तोड़ दिया था और फिल्म के विरोध में प्रदर्शन किया था। उन्होंने दावा किया था कि निमार्ता फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों को विकृत रहे हैं। काल्वी ने कहा, “हम किसी भी कीमत पर फिल्म में विकृत तथ्यों को दिखाए जाने की अनुमति नहीं देंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि फिल्म भारत के आधे हिस्से में प्रदर्शित ना हो सके।”
