1960 और 1970 के दशक में शर्मिला टैगोर सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं, लेकिन 1960 के दशक के अंत में जब उन्होंने एक लोकप्रिय फिल्म पत्रिका के कवर पर बिकनी में पोज दिया तो वह विवादों में आ गईं। सबसे पहले, शर्मिला को यह समझ में नहीं आया कि विवाद क्या था, क्योंकि उन्हें लगा कि वह “बहुत अच्छी लग रही हैं”, लेकिन जब निर्देशक शक्ति सामंत ने सुझाव दिया कि उन्हें कुछ डैमेज कंट्रोल करने की जरूरत है, तो अमर प्रेम एक्ट्रेस चिंतित हो गईं।
हाल ही में बरखा दत्त के साथ बातचीत में, शर्मिला ने कहा कि उन्होंने बिकनी कवर “बिना पूछे” किया और जिस तरह से यह निकला उससे काफी खुश थीं। “लेकिन जब मैंने प्रतिक्रिया देखी, तो वह थी, ‘हे भगवान’। शक्ति जी (निर्देशक शक्ति सामंत) बहुत चिंतित थे और उन्होंने मुझे बुलाया और कहा, ‘कृपया आकर मुझसे मिलें।’ वह ऐसा था, ‘तुम्हारा क्या होगा? तुम्हें अब वैंप की भूमिका ही मिलेगी…’।
विवाद के बीच, शर्मिला ने साझा किया कि उन्होंने उस वक्त अपने तत्कालीन प्रेमी मंसूर अली खान पटौदी उर्फ टाइगर पटौदी को एक टेलीग्राम भेजा था। “मैं पहले ही टाइगर से मिल चुकी थी। वह ट्रैवेल कर रहे थे, इसलिए मैंने उन्हें एक टेलीग्राम भेजा और विवाद के बारे में बताया, जिसके जवाब में टाइगर पटौदी ने कहा, ‘आप बहुत अच्छी दिख रही होंगी’। एक्ट्रेस ने कहा, यह एक बहुत बड़ा समर्थन था।
शर्मिला ने कहा, “मैं ऐसे काम करती रही जो लोग समझ नहीं पाए।” चुपके चुपके एक्ट्रेस ने कहा कि नायिकाओं और वैंप के बीच एक बहुत स्पष्ट रेखा खींची गई थी। उस जमाने में ढेर सारी नकारात्मक भूमिकाएं निभाने वाली हेलेन को पूरी आजादी थी कि वह जो चाहे पहन सकती हैं, लेकिन हीरोइनों के पास वह आजादी नहीं थी।”
फिल्मफेयर के साथ पहले की बातचीत में शर्मिला ने कवर के बारे में बात की थी और कहा था कि फोटोग्राफर उनसे ज्यादा चिंतित थे। “उन्होंने मुझे अपने शरीर को ढकने के लिए भी कहा,” एक्ट्रेस ने कहा कि “कुछ लोगों ने इसे ध्यान आकर्षित करने के लिए जानबूझकर किया गया कदम बताया; दूसरों ने मुझे ‘अद्भुत अलौकिक’ करार दिया। हो सकता है, मुझमें एक दिखावटी कलाकार था, क्योंकि मैं युवा थी और कुछ अलग करने के लिए उत्साहित थी।”