बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर और क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की जोड़ी मशहूर जोड़ियों में से एक थी। दोनों की पहली मुलाकात साल 1965 में हुई थी, इसके बाद से ही दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे। हालांकि, उनके रिश्ते में कई उतार-चढ़ाव आए और दोनों ने साल 1969 शादी की। लेकिन शादी से पहले शर्मिला टैगोर ने मंसूर अली खान के सामने एक शर्त रख दी थी, जिसे पूरा करने से क्रिकेटर भी तैयार हो गए थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शर्मिला टैगोर ने शादी से पहले मंसूर अली खान से कहा था कि उन्हें मैच के दौरान छह छक्कों की हैट्रिक मारनी पड़ेगी। उनकी इस शर्त को लेकर मंसूर अली खान पटौदी उस वक्त राजी हो गए थे। हालांकि, इसके बाद पूर्व क्रिकेटर ने यह शर्त पूरी की थी या नहीं, यह बात साफ नहीं हो पाई।
बता दें कि शर्मिला टैगोर, मंसूर अली खान को काफी अच्छा स्पोर्ट्समैन मानती हैं। अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि मंसूर अली खान ने एक आंख के साथ ही इतना कमाल कर दिया था, अगर उनकी दोनों ही आंखें ठीक होतीं तो वह पता नहीं क्या करते। दरअसल, फ्री प्रेस जर्नल को दिए इंटरव्यू में शर्मिला टैगोर से मंसूर अली खान पटौदी की बायोपिक को लेकर सवाल किया गया था।
मंसूर अली खान को लेकर किये गए इस सवाल के जवाब में शर्मिला टैगोर ने कहा, “मुझे लगता है कि उनकी जिंदगी में सभी जो चीजें हुईं, उनके पिता की मौत, उनकी एक आंख का खोना और कम उम्र में ही तमाम तरह के उतार-चढ़ाव से होकर गुजरना, मुझे नहीं लगता कि कोई और व्यक्ति इन चीजों में एडजस्ट हो पाता।”
मंसूर अली खान के बारे में बात करते हुए शर्मिला टैगोर ने आगे कहा, “उन्होंने न केवल लड़ाई लड़ी, बल्कि वह अपनी आंख के साथ हुए हादसे के बाद भी फील्ड पर लगातार डटे रहे। मुझे लगता है कि वह एक शानदार स्पोर्ट्सपर्सन थे। भगवान ही जानता है कि अगर उनके पास दोनों आंखें होतीं तो वह क्या हासिल करते।”
बता दें कि एक बार मंसूर अली खान ने गालिब की कविता शर्मिला टैगोर को सुनाते हुए कहा था कि वह उन्होंने लिखी है। हालांकि, जब यह बात एक्ट्रेस ने शूटिंग के बीच फिरोज खान को बताई तो उन्हें पता चला कि असल में कविता मंसूर अली खान पटौदी की नहीं बल्कि गालिब की है।