संजय लीला भंसाली की फिल्म पर विवाद जारी है। फिल्म में लीड रोल शाहिद कपूर निभा रहे हैं। शाहिद चित्तौड़ के राजा महारावल रतन सिंह बने हैं। दिपाक पादुकोण रानी पद्मिनी और रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका में हैं। विवाद की वजह से फिल्म अभी तक सिनेमाघरों मे रिलीज नहीं हो पाई है। हाल ही में कपूर रीबॉक के फिट टू फाइट अवॉर्ड्स मे शामिल हुए। यहां पहुंचकर उन्होंने अपनी रंगून को-स्टार कंगना रनौत को पद्मावती का सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद कहा।

शाहिद ने कहा- आप बहुत आभारी महसूस करते हैं जब लोग आपकी सहायता करते हैं, इसलिए मैं कंगना (रनौत) और ‘पद्मावती’ के लिए बोलने वालों का आभारी हूं, वे बहुत अच्छे और बहादुर हैं जो सामने आए और खुद को अभिव्यक्त किया। कभी-कभी गुस्सा आता है, कभी-कभी लोग भावनात्मक हो जाते हैं, कभी-कभी वे इसे तार्किक ढंग से तोड़ते हैं लेकिन फिल्म उद्योग में बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो फिल्म के लिए सामने आए और इस पर बोला। मुझे नहीं लगता कि आप पद्मावती जैसी फिल्म तब तक बना सकते हैं जब तक इसमें अपना दिल और आत्मा को ना डालें। निश्चित तौर पर इसके चेहरा संजय लीला भंसाली हैं और हम केवल उनके पद्चिन्हों का अनुसरण कर रहे थे।

जब पूछा गया कि क्या फिल्म के खिलाफ मचे हड़कंप से क्या उन्हें डर लगता है तो इसपर शाहिद ने कहा- मुझे नहीं लगता कि डर सही शब्द है। मुझे नहीं लगता कि रचनात्मक लोगों को डरना चाहिए क्योंकि आप संकुचित होने पर कुछ रच नहीं सकते। आप अगर स्वतंत्र और खुले नहीं हैं तो कुछ बना नहीं सकते। मुझे लगता है कि कला बड़े पैमाने पर समाज का एक प्रतिबिंब है। इसलिए विशेष रूप से लोकतंत्र में, स्वतंत्रता की एक निश्चित भावना से स्वयं को व्यक्त करना महत्वपूर्ण है।