अभिनेता शाहिद कपूर ने अपनी पत्नी मीरा राजपूत के मातृत्व और नारीवाद के विचारों पर उनका रूख स्पष्ट करते हुए कहा है कि मीरा ने केवल अपने मन की बात कही है कि उनका बच्चा कोई ‘पप्पी’ नहीं है, जिसे वह घर में अकेला छोड़ दें। शाहिद ने कहा कि उनका किसी को चोट पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। मीरा ने इस महीने की शुरुआत में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित हुए कार्यक्रम में कहा था कि मुझे घर में रहना पसंद है। मुझे अपने बच्चे के हमेशा साथ होना पसंद है। मैं काम के लिए अपने बच्चे के बिना एक घंटा भी बिताना नहीं चाहती हूं। मैं उसके साथ ऐसा क्यों करूं? वह कोई पप्पी नहीं है। मैं मां की तरह उसके साथ रहना चाहती हूं।
मीरी की इस टिप्पणी के बाद कई कामकाजी महिलाओं ने सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया था। वहीं मीरा का बचाव करते हुए उनके पति शाहिद ने बुधवार की रात न्याका फेमिना ब्यूटी अवार्डस में कहा, “उसने जो कहा इससे गहरी चोट लगी है, इसलिए ईमानदारी से मुझे ऐसा नहीं लगता कि उसका मतलब किसी को भी दुख पहुंचाना नहीं था। मुझे लगता है कि मीरा ने यह कहकर बातचीत शुरू की थी कि ये उनकी व्यक्तिगत टिप्पणियां हैं।”
शाहिद ने कहा कि उनकी पत्नी ने किसी पर या किसी भी श्रेणी की महिलाओं पर टिप्पणी नहीं की। इसके अलावा, शाहिद ने कहा कि यह दम्पत्ति का निजी मामला है कि उनमें से एक काम करे या बच्चे को संभाले। उन्होंने कहा, “मीरा, मिशा के लिए जो कर रही है वो बहुत जरूरी है। काश मैं ऐसा कर सकता, लेकिन हम दोनों में से किसी एक को तो काम करना होगा और मैं वो से हूं। इसलिए मुझे लगता है कि उसने सकारात्मकता से यह बात कही है।” शाहिद संजय लीला भसंली की ‘पद्मावती’ में दिखाई देंगे।
बता दें कि अभिनेता शाहिद कपूर भले ही अपने कई बेहतरीन किरदारों के लिए लोगों से वाहवाही हासिल कर चुके हैं लेकिन उनका कहना है कि उन्हें हमेशा अपने पिता एवं दिग्गज अभिनेता पंकज कपूर से मिलने वाली तारीफ का इंतजार रहता है।

