अभिनेता इरफान खान के बाद अब सलमान खान के पिता सलीम खान ने भी ढाका आतंकी हमले की निंदा की है। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि अगर ढाका में हमला करने वाले लोग मुसलमान थे तो फिर वे मुस्लिम नहीं हैं। सलीम खान ने इस घटना को लेकर रविवार रात को चार ट्वीट किए और बताया कि लोगों को मारने वाले इस्‍लाम का अनुसरण नहीं कर रहे हैं। उन्‍होंने लिखा, ”ढाका- थोड़े-थोड़े वक्त बाद दुनियाभर में ऐसे हमलों में शामिल लोग खुद को मुस्लिम कहते हैं।” दूसरे ट्वीट में लिखा, ”एक मुस्लिम होने के लिए पैगम्बर और कुरान का अनुसरण किया जाता है। मैं नहीं जानता कि ये लोग क्या अनुसरण करते हैं, लेकिन वे इस्लाम को नहीं मानते।”

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सलीम खान ने आगे लिखा, ”यदि किसी वजह से वे मुसलमान हैं, तो मैं नहीं हूं। पैगम्बर कहते हैं कि एक निर्दोष इंसान को मारना इंसानियत को मारने के समान है। इस ईद पर हमारी प्रार्थना तब तक पूरी नहीं होगी, जब तक हम ऐसे कायरता पूर्ण हत्‍याओं की निंदा नहीं करते।”

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बांग्‍लादेश की राजधानी ढाका के गुलशन इलाके में आतंकियों ने शु्क्रवार रात को कैफे में लोगों को बंधक बना लिया था। वहां पर हमलावरों ने कुरान की आयत न बोल पाने वाले 20 बंधकों की गला रेतकर हत्‍या कर दी थी। मरने वालों में एक 19 वर्षीय भारतीय लड़की भी थी। बाद में बांग्‍लादेशी सुरक्षाबलों ने छह आतंकियों को मार गिराया था जबकि एक को जिंदा पकड़ा था।

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इस घटना के बाद बांग्‍लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा था कि ये ऐसे मुसलमान हैं जो रमजान के महीने में मासूमों की जान ले रहे हैं। एक्‍टर इरफान खान ने भी रविवार को कहा था कि इस घटना पर मुसलमान चुप क्‍यों हैं। कुछ लोग ऐसी वारदात को अंजाम देते हैं और बदनाम पूरी दुनिया का मुसलमान होता है। लेखिका तस्‍लीमा नसरीन ने भी ढाका हमले पर कहा कि इस्‍लाम को शांति पसंद धर्म कहना बंद करना चाहिए।

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