चांदनी, लम्हें, वीर जारा, दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे, मोहब्बतें जैसी कई फिल्में देने वाले महान डायरेक्टर प्रोड्यूसर यश चोपड़ा का आज जन्मदिन है। 2012 में उनका 80 साल की उम्र में निधन हो गया था। यश चोपड़ा को बॉलीवुड में अपने अभूतपूर्व योगदान के लिए जाना जाता है। असिस्टेंट डायरेक्टर से अपने करियर की शुरूआत करने वाले यश चोपड़ा ने आगे चलकर अपना प्रोडक्शन हाउस खोला और आज ये प्रोडक्शन हाउस एक ग्लोबल पावरहाउस बन चुका है और इसे बॉलीवुड के सबसे चर्चित प्रोडक्शन हाउस में शुमार किया जाता है।

यश चोपड़ा को सिर्फ फिल्ममेकिंग के लिए नहीं बल्कि अपने एक्टर्स के टैलेंट में भी काफी भरोसा करते थे। शाहरूख के शुरूआती करियर में यश चाहते थे कि वे लवर ब्वॉय का किरदार निभाए। यश चोपड़ा मानते थे कि ये शाहरूख के करियर के लिए बेहतरीन होगा। शाहरूख खुद इस बात को लेकर कॉन्फिडेन्ट नहीं थे लेकिन शाहरूख ने यश का कहा माना और उनका करियर बेहतर होता चला गया।

सैफ ने कहा था – ‘यशजी की फैमिली इकलौती ऐसी फैमिली थी जिन्हें मैं अपने परिवार के अलावा अपना कह सकता था। मैं अपने करियर के लिए उनका शुक्रगुज़ार हूं। जब कोई मुझे कास्ट नहीं करना चाहता था तो उन्होंने मुझे अपनी फिल्म परंपरा में रोल देने की हिम्मत की थी। 1993 में आई फिल्म परंपरा मेरी ज़िंदगी का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई थी। इस फिल्म ने मुझे गुमनामी के अंधेरों में जाने से बचा लिया था। यश जी का मुझ पर अटूट विश्वास ही था जिसके चलते मैं अपने करियर में सफल हो पाया।’

यश चोपड़ा का प्यार केवल उनके दोस्तों, परिवारवालों या एक्टर्स तक ही सीमित नहीं था बल्कि वे अपने बावर्ची और ड्राइवर्स से भी बेहद लगाव रखते थे। सैफ ने ऐसी ही एक घटना के बारे में बात करते हुए कहा कि ‘वो अपने कुक को खुश रखते थे बदले में वो कुक अपने खाने से हमें बेहद खुश रखता था। शूट खत्म होने के बाद हम कार्ड्स खेलते थे, खाने की टेबल पर फ्रेंडशिप्स बेहतर होती थी और आउटडोर शूट्स में हम काफी मस्ती करते थे। मेरे लिए वो एक अच्छे दोस्त थे और मैं उनसे किसी भी विषय पर बात कर सकता था। मुझे मालूम था कि मुझे उनसे हमेशा बेहतर सलाह ही मिलेगी।’