संसद का मानसून सत्र चल रहा है इस बीच विपक्षी पार्टियों द्वारा सदन में हंगामे की खबरें भी लगातार आ रही हैं। बुधवार को भी पेगासस, महंगाई और किसानों के मुद्दे पर राज्य सभा और लोकसभा दोनों सदनों की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। राज्यसभा सभापति वैंकया नायडू संसद में मंगलवार को हुए हंगामे का जिक्र कर भावुक होते दिखे। उन्होंने कहा कि विपक्ष सदन की मर्यादा भूल गया है। संसद में जारी इस हंगामे पर बहस के दौरान अंजना ओम कश्यप के डिबेट शो में बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया और कांग्रेस की प्रवक्ता रागिनी नायक में बहस हो गई।

आज तक के शो, ‘हल्ला बोल’ में गौरव भाटिया ने कहा, ‘सवालों के घेरे में तो कांग्रेस पार्टी है। अंजना जी बड़ी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं, जब ये सत्ता में होते हैं न तब भी लोकतंत्र को कमजोर करते हैं, तब कैश फॉर वोट मामले में कानूनी केस चला और गिरफ्तारी हुई थी।’

उनकी ये बातें सुन रागिनी नायक हंसने लगीं। गौरव भाटिया ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘जब विपक्ष में हैं, देश को लूट नहीं पा रहे तो अराजक तत्व बन जाते हैं। लोकतंत्र के मंदिर संसद में जो ये कर रहे हैं- टेबल पर खड़े होना, पेपर फाड़ना, बुक फेंकना, ये क्या दिखाता है? ये दिखाता है कि इनके मन में संसद के प्रति कोई श्रद्धा नहीं है और संसद का जो मंदिर है, उसको इन्होंने तालिबान का हेड क्वार्टर समझ रखा है।’

 

 

बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा कि कांग्रेस को जनता माफ नहीं करेगी और अगले चुनाव में पार्टी को 5 सीटें भी नहीं मिलेगी।’ उनकी बातों के जवाब में रागिनी नायक ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ताओं को कुतर्क करते हुए बहस करने में पूरी आस्था है लेकिन मोदी सरकार को संसद चलाने में बिलकुल आस्था नहीं है। सबसे पहला उदाहरण- अगर आस्था होती संसद चलाने में तो देश के 14 विपक्षी दलों को राष्ट्रपति से अनुरोध न करता पड़ता कि आप गतिरोध को रोकिए।’

 

कांग्रेस की प्रवक्ता आगे बोलीं, ‘अगर आस्था होती तो बार-बार स्थगन प्रस्ताव पारित करने से विपक्ष को रोका न जाता। अगर आस्था होती तो गृह मंत्रालय लिखित रूप में ये नहीं कहता कि पेगासस पर हम सवाल पूछने नहीं देंगे। जब आप विपक्ष में होंगे तो सुषमा स्वराज लोकसभा में कहेंगी कि गतिरोध करना भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया है और जब सत्ता पक्ष में आ जाएंगे तो कहेंगे कि हम तो विपक्ष को बोलने ही नहीं देंगे। मोदी जी के मन की बात को बुलडोजर को तरह चलाने का माध्यम बनाया जाएगा।’