दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर ने कुश्ती पर आधारित फिल्म ‘दंगल’ में आमिर के अभिनय की तारीफ करते हुए उन्हें बॉलीवुड का नया राज कपूर कहा है। ‘दंगल’ 23 दिसंबर को रिलीज हुआ था। फिल्म में आमिर खान ने महावीर सिंह फोगाट के रूप में दमदार भूमिका निभाई है, जो अपनी पत्नी और पूरे गांव के लोगों की मर्जी के खिलाफ जाकर अपनी बेटियों गीता और बबिता को कुश्ती में प्रशिक्षित करता है। ऋषि ने ट्विटर के जरिए आमिर की प्रशंसा करते हुए उनकी तुलना अपने दिवंगत पिता और महान अभिनेता व निर्माता से की। ऋषि कपूर ने ट्वीट किया, “आमिर खान मैंने ‘दंगल’ देखी। मेरे लिए आप हमारे समय के अभिनेता, निर्देशक, निर्माता, शोमैन के रूप में नए राज कपूर हैं। बिल्कुल अद्भुत। भगवान आपका भला करें।” नितेश तिवारी निर्देशित ‘दंगल’ की सभी तारीफ कर रहे हैं और रिलीज होने के महज आठ दिनों में ही फिल्म ने 200 करोड़ रुपये की कमाई कर ली। डिज्नी इंडिया द्वारा निर्मित इस फिल्म ने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 216.12 करोड़ रुपये कमा लिए हैं।
बता दें कि आमिर खान अभिनीत ‘दंगल’ ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर दबदबा बनाया, बल्कि फिल्म आलोचकों ने इसे 2016 की सर्वश्रेष्ठ फिल्म करार दिया। करीब 23 आलोचकों ने साथ में फिल्म कंपेनियन क्रिटिक्स पोल के जरिए यह फैसला लिया। दिग्गज पहलवान महावीर सिंह फोगाट द्वारा समाज के नियमों के खिलाफ अपनी बेटियों को पहलवान बनाने की सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म को सर्वश्रेष्ठ फिल्म चुना गया।
@aamir_khan Saw "Dangal"For me you are the new Raj Kapoor-actor,director,producer, showman of our times. Absolutely wonderful.God Bless you!
— Rishi Kapoor (@chintskap) December 31, 2016
अनुपमा चोपड़ा द्वारा समर्थित एक मंच फिल्म कंपेनियन ने पहली बार साल के अंत में चुनाव का आयोजन किया। पांच वर्गो में किए गए इन चुनावों की घोषणा एक बयान में की गई। इस चुनाव के आधार पर राम माधवनी को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक चुना गया। उन्होंने इस साल रिलीज हुई फिल्म ‘नीरजा’ का निर्देशन किया था। अभिनेता मनोज बाजपेयी को ‘अलीगढ़’ फिल्म में प्रोफेसर श्रीनिवास रामचंद्र का किरदार निभाने के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता चुना गया।
उड़ता पंजाब’, ‘डियर जिंदगी’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय से आलोचकों को प्रभावित करने वाली अभिनेत्री आलिया भट्ट को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री चुना गया। ‘कपूर एंड संन्स’ फिल्म के लिए शकुन बत्रा और आयशा देवित्रे को सर्वश्रेष्ठ लेखक चुना गया। इस चुनाव में अनुपमा के अलावा अन्य आलोचकों में राजीव मसंद, भारती प्रधान, साइबल चटर्जी, अमोल पार्चुरे, उदय भाटिया, नम्रता जोशी और राहुल देसाई सहित अन्य भी शामिल थे।