अभिनेता रणवीर सिंह ने छह साल पहले फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ में अपने ताजगी भरे मगर कच्चे अभिनय कौशल से कई लोगों के दिलों को जीत लिया था। अब तक 10 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता का कहना है कि पहले के मुकाबले वह थोड़ा परिपक्व हुए हैं और कई चीजें सीखी है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ सीखना बाकी है। रणवीर ने यहां आईएएनएस को बताया, “मैं अभी भी कच्चा हूं..मैं ऐसा मानना पसंद करूंगा। हां, पहले से विकास हुआ है। मैंने निर्माण और लोगों के प्रबंधन के बारे में बहुत कुछ सीखा है। मैं अब थोड़ा ज्यादा जिम्मेदार बन गया हूं।”
रणवीर कहते हैं, “जब आपके प्रशंसक आपके ऊपर ढेर सारा प्यार और स्नेह लुटाते हैं..तो उन्हें गर्व महसूस कराना आपकी जिम्मेदारी बन जाती है।” रणवीर का कहना है कि असफलता से घबराना नहीं चाहिए। वह कहते हैं, “सौभाग्य से, अपने करियर के शुरुआती दिनों में मैं जान गया कि फिल्म निर्माण पूरी टीम का प्रयास है। यह एक सामूहिक प्रयास है..चाहे सफलता मिले या असफलता, किसी को भी सफलता से बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं होना चाहिए और असफलता से बहुत ज्यादा निराश नहीं होना चहिए..आखिरकर यह एक टीम का प्रयास है।”
फिल्म ‘गुंडे’ के अभिनेता ने कहा कि फिल्म निर्माण की प्रक्रिया उनके लिए पुरस्कार की तरह है। रणवीर कहते हैं कि वह खुशकिस्मत हैं कि वह जीवन जीने के लिए जो काम करना पसंद करते हैं, उन्हें वह करने को मिल जाता है। वह सुबह के समय फिल्म के सेट पर पहुंचकर कैमरे के सामने अभिनय करते हैं, इसलिए फिल्म निर्माण की प्रक्रिया उन्हें अपने आप में पुरस्कार जैसी लगती है। अभिनेता के ट्विटर पर चालीस लाख से ज्यादा फॉलोअर और इंस्टाग्राम पर सत्तर लाख से ज्यादा फॉलोअर हैं। चश्मा कंपनी कैरेरा के ब्रांड एंबेसडर रणवीर यहां इसके ताजा संग्रह को लांच करने आए थे।
यह पूछे जाने पर कि उनके प्रशंसक जब उनके निजी जीवन के बारे में जानने की कोशिश करते हैं तो क्या उन्हें परेशानी नहीं होती? उन्होंने कहा कि यह सामान्य बात है, वह इसे समझ सकते हैं, वह निजी और पेशेवर जिंदगी में संतुलन बिठाकर चलते हैं और बखूबी जानते हैं कि उन्हें कहां सीमा रेखा खींचनी है। रणवीर फिलहाल संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। निर्देशक जोया अख्तर की फिल्म ‘गुली बॉय’ में भी वह काम कर रहे हैं। इस फिल्म में वह रैपर के किरदार में हैं।