तेलुगु स्टार राम चरण G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप मीटिंग के लिए कश्मीर पहुंचे। ‘आरआरआर’ अभिनेता उन कई सेलेब्स में शामिल हैं जो इस कार्यक्रम में भारतीय सिनेमा का प्रतिनिधित्व करेंगे। इवेंट में एक बातचीत में, अभिनेता ने अपनी फिल्म RRR और फिल्म के गाने ‘नाटू नाटू’ को लेकर बात की। राम चरण ने यह भी खुलासा किया कि कैसे जापान में आरआरआर के प्रमोशन के लिए जाना जीवन की महत्वपूर्ण घटना बन गई।

राम चरण को उन देशों से कलाकृतियों को इकट्ठा करने की आदत है, और जब उनसे इस रुचि के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि यह कहां से आता है, लेकिन ये कुछ ऐसा है जो सार्थक है।” रामचरण ने कहा कि ये मुझे उस शहर में ले जाता है और मुझे उस जगह की याद दिलाता है। यूरोप हमेशा से मेरी पसंदीदा जगह रही है। अब, जापान मेरा नया पसंदीदा देश… बन गया है और वहां की संस्कृति और लोग खास बन गए हैं। यह एक विशेष देश है, मैं आपको बताउंगा कि क्यों।”

उन्होंने खुलासा किया, “मेरी पत्नी … जो अभी प्रेग्नेंट हैं। उसका सातवां महीना चल रहा है। यह जादू जापान में हुआ (हंसते हुए)।” राम और उपासना आरआरआर की टीम के अन्य सदस्यों के साथ जापान का दौरा कर रहे थे, जहाँ फिल्म को खूब सराहा गया। इस जोड़े ने कुछ समय देश देखने के लिए भी निकाला।

आरआरआर ने जापान में लगभग 200 दिनों में 150 मिलियन डॉलर की बड़ी सफलता हासिल की। ऑस्कर से पहले ही जापानियों ने फिल्म और गाने नाटू नाटू को पसंद किया और वहां भी ये गाना सुपरहिट हो गया।

यह पूछे जाने पर कि गोल्डन ग्लोब और ऑस्कर दोनों जीतने वाले नाटू नाटू गाने की इस लोकप्रियता का रहस्य क्या है, राम चरण ने कहा, “मैं वास्तव में नहीं जानता कि ऐसा गीत बनाने और इस तरह पुरस्कार जीतने में क्या लगता है। हमने इसे लगभग सत्रह दिनों तक शूट किया… जब मैं गाने के बारे में बात करता हूं तो मेरे घुटने अभी भी लड़खड़ाते हैं। मुझें नहीं पता। जब आप इसे करते हैं, तो आप इसे जुनून के साथ करते हैं। मैं भगवान की कसम खाता हूं, टीम के किसी भी सदस्य को नहीं पता था कि यह (अंतर्राष्ट्रीय स्तर) तक पहुंचने वाला है। लेकिन तभी हमने सुना कि अमेरिका के चाइनीज थिएटर में लोग गाने पर डांस कर रहे हैं। फिर हमें अन्य उद्योगों के सर्वश्रेष्ठ स्टूडियो से कॉल आने लगे। तब हम रुक नहीं सकते थे।”

राम चरण ने यह भी कहा कि आरआरआर के साथ वे सही समय पर सही जगह पर थे। “काश हम जानते कि दुनिया हमें गले लगाती, तो बजट बेहतर होता। मेरी फीस बेहतर होती।”