बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राजेश खन्ना ने अपने अंदाज और अपनी फिल्मों से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। उनके निधन को आज 9 वर्ष से पूरे हो चुके हैं। राजेश खन्ना ने 18 जुलाई, 2012 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। एक्टर को उनके स्टाइल और एटीट्यूड के लिए खूब जाना जाता था। राजेश खन्ना को लेकर यह भी कहा जाता था कि वह सेट पर अपने तय समय से आते थे और शूटिंग कर कुछ ही घंटों में वहां चले जाते थे। वह अपने दिये गए शॉट को लेकर भी काफी कॉन्फिडेंट रहते थे। उनके इसी अंदाज को लेकर ‘अराधना’ के निर्देशक ने यह तक कह दिया था कि अब वह खत्म हैं।
दरअसल, अराधना की शूटिंग के दौरान एक शॉट निर्देशक के मुताबिक गलत जा रहा था, जिससे उन्होंने उस सीन के री-टेक का आदेश दिया। ऐसे में राजेश खन्ना ने निर्देशक शक्ति सामंता की तरफ देखा और उनसे आंखों में आंख मिलाते हुए कहा, “इससे अच्छी परफॉर्मेंस आपको इंडिया में कोई नहीं देगा।”
राजेश खन्ना की इस बात से शक्ति सामंता हैरान रह गए। उन्होंने काका की बात पर कहा, “राजेश खन्ना अब खत्म है। वह मर चुका है। अगर उन्हें लगता है कि यह थर्ड रेट शॉट बहुत अच्छा है तो जाहिर सी बात है कि उनका दिमाग काम नहीं कर रहा है।” बता दें कि फिल्म ‘अराधना’ से ही राजेश खन्ना को खूब लोकप्रियता हासिल हुई थी। हालात ऐसे बन गए थे कि वह जहां से गुजरते थे, उनकी एक झलक पाने के लिए लोग भीड़ लगा लेते थे।
बता दें कि राजेश खन्ना के रवैये को लेकर एक वाकया फिल्म ‘जनता हवलदार’ के सेट पर भी हुआ था। फिल्म की शूटिंग के दौरान राजेश खन्ना सेट पर देर से आने लगे थे जिससे शूटिंग भी सही से नहीं हो पा रही थी। उनकी इस बात से निर्देशक महमूद काफी नाराज हो गए थे।
इतना ही नहीं, महमूद ने राजेश खन्ना को थप्पड़ तक मार दिया था। इस बात का जिक्र यासिर उस्मान ने काका के जीवन पर आधारित किताब में किया था। किताब के मुताबिक महमूद ने यह तक कह दिया था कि राजेश खन्ना के आसपास मौजूद लोग ही उनका करियर बर्बाद करने पर तुले हुए हैं।