हिंदी फ़िल्म जगत के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना के स्टारडम को आज तक कोई भी कलाकार टक्कर नहीं दे पाया है। जब उनका सितारा बुलंदी पर था और उनकी हर फिल्म सुपरहिट हो रही थी तब उनके बंगले के सामने प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स की लंबी लाइन लगी रहती थी। उन्हें अपनी फिल्म में कास्ट करने के लिए निर्देशक अस्पताल में भी उनका पीछा नहीं छोड़ते थे। लेकिन राजेश खन्ना के साथ एक बार ऐसा हुआ था कि प्रोड्यूसर्स ने उनके साथ ऐसा एग्रीमेंट कर लिया था जिससे वो बहुत गुस्सा हुए थे और उन्हें खूब गालियां दी थीं। अभिनेता मनोज कुमार ने यह किस्सा सुनाया था।

मनोज कुमार ने एबीपी से बातचीत में कहा था कि वो अपनी फिल्म उपकार में राजेश खन्ना को छोटे भाई का रोल देना चाहते थे और राजेश खन्ना भी उनके साथ काम करना चाहते थे। राजेश खन्ना उन दिनों फिल्म इंडस्ट्री में अभी नए ही आए थे। वो जिन 10 प्रोड्यूसर्स के साथ काम कर रहे थे उन्होंने ऐसा एग्रीमेंट बना दिया कि राजेश खन्ना उनके अलावा किसी और के साथ काम ही न कर पाएं।

जब उपकार में उन्हें रोल मिला तब प्रोड्यूसर्स ने उन्हें एग्रीमेंट दिखाकर मनोज कुमार के साथ फिल्म करने से मना कर दिया। मनोज कुमार ने बताया था, ‘उपकार फिल्म का सेट राजकमल स्टूडियो में लगा हुआ था। वो एक दिन सुबह- सुबह आए और मेरे पास बैठे। मैंने पूछा कि क्या बात है तो वो रोने लगे, कांप रहे थे। मैंने पूछा काका क्या हुआ तो गुस्से में उन्होंने उन 10 प्रोड्यूसर्स को खूब गालियां दीं।’

मनोज कुमार ने आगे बताया, ‘मैंने पूछा क्यों गलियां दे रहे हो यार? ये तो सब नामचीन आदमी हैं। तो वो कहने लगे कि इन लोगों ने कहा है कि मैं बाहर काम नहीं कर सकता, ये मेरा एग्रीमेंट है। मैंने आपकी कई फिल्में देखी हैं और मुझे आपके साथ काम करना है। तो मैंने कहा भगवान फिर मौका देगा। वो कहने लगे कि आपका सेट लगा हुआ है, मुझे आपकी चिंता है।’

 

फिल्म में राजेश खन्ना काम नहीं कर पाए तो उनकी जगह प्रेम चोपड़ा को कास्ट किया गया था। 1967 की फिल्म उपकार में तो राजेश खन्ना काम नहीं कर पाएं लेकिन इसके बाद के सालों में उनका करियर ऊपर जाने लगा। साल 1969 में आई उनकी फिल्म आराधना बेहद सफल रही थी और उसके बाद की 15 फिल्में सुपरहिट रही थीं। हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में ऐसा पहली बार हो रहा था कि किसी अभिनेता की फिल्में लगातार हिट हो रही थीं।

 

दर्शकों पर उनका जादू कुछ इस तरह चला कि फिल्म हिट होने के लिए बस उनका नाम ही काफी होता था। लड़कियां तो जैसे उनके अंदाज के पीछे पागल थीं। निर्देशक, निर्माता उन्हें अपनी फिल्म में लेने के लिए बेताब रहते थे।

लेकिन उनकी कुछ आदतें थीं जिस वजह से निर्माताओं को परेशानी भी हुई। राजेश खन्ना अक्सर सेट पर लेट से आते थे और बस कुछ देर में ही वापस चले जाते थे। इससे निर्माताओं को काफी नुकसान भी उठाना पड़ता था। कहा जाता है कि राजेश खन्ना के पतन के पीछे एक कारण यह भी था।