एक दौर था जब दिग्गज अभिनेता राजेश खन्ना के साथ काम करना हर कलाकार का सपना होता था। उनका कैरिजमैटिक व्यक्तित्व सभी को आकर्षित करता था। उनके साथ काम करके हर कलाकार खुद को खुशनसीब समझता था। उन्हीं कलाकारों में से एक थीं अभिनेत्री फरीदा जलाल। फरीदा जलाल जब इंडस्ट्री में नई थीं तभी उन्होंने राजेश खन्ना के साथ काम किया था। उनके साथ काम करने के अनुभवों को शेयर करते हुए उन्होंने एक बार बताया था कि न्यूकमर्स के साथ काम करने में वो झिझकते थे।

फरीदा जलाल ने वाइल्ड फिल्म्स इंडियन नाम के मीडिया प्लेटफॉर्म से बातचीत में कहा था कि जब वो राजेश खन्ना के साथ फिल्म, ‘आराधना’ में काम कर रहीं थीं तब राजेश खन्ना उनके साथ शूट करने में झिझकते थे। वो न्यूकमर थीं और राजेश खन्ना बड़े स्टार, इस बात को लेकर राजेश खन्ना उनके साथ काम करने में खुद को सहज नहीं पाते थे।

फरीदा जलाल ने बताया था, ‘आराधना बहुत बड़ी हिट हुई थी, उससे मेरी कई यादें जुड़ी है। लेकिन कुछ यादें तल्ख भी हैं। मैं तो उस वक्त बहुत छोटी थी, नई थी और राजेश खन्ना सुपरस्टार बनने के क्रम में थे। बहुत सी दिक्कतें हुईं। वो मेरे जैसे न्यूकमर के साथ काम करने में कंफर्टेबल नहीं थे। मैं जब सेट पर उनके साथ होती थी तो बहुत टेंशन होती थी। उनके साथ काम करना आसान नहीं था।” फरीदा जलाल ने बताया कि फिल्म के खत्म होने के बाद उनकी दोस्ती राजेश खन्ना से हो गई थी।

 

राजेश खन्ना का स्टारडम था ही इतना कि कोई भी नया कलाकार उनके साथ काम करने में असहज महसूस करता था और वो भी इतने बड़े स्टार बन गए थे कि नए कलाकारों के साथ काम करने में झिझकते थे। लेकिन राजेश खन्ना का यह स्टारडम जिस तेजी से ऊंचाई पर गया, उसी तेजी से नीचे भी गिर गया।

 

1970 के आते- आते उनका स्टारडम अपनी चमक खोने लगा था। ऐसा कहा गया कि काका अपने स्टारडम को नहीं संभाल पाए इसलिए उनका करियर डूबा। बात चाहे जो भी हो लेकिन आज भी लोग उन्हें बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार कहते हैं और उनकी फिल्मों को बड़े चाव से देखते हैं।