बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राज कपूर ने अपनी फिल्मों और अपने अंदाज से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई है। राज कपूर को हिंदी सिनेमा का शो मैन भी कहा जाता है। अपने करियर के दौरान उन्होंने भारत की मशहूर सिंगर लता मंगेशकर के साथ भी जमकर काम किया था। लता मंगेशकर के साथ उनकी बॉन्डिंग ऐसी थी कि उन्होंने अपने दिल की बात कहने के लिए लता मंगेशकर को रात के एक बजे ही फोन कर दिया था। राज कपूर से जुड़ी इन बातों का खुलासा लेखक राहुल रवैल ने किया था।

Continue reading this story with Jansatta premium subscription
Already a subscriber? Sign in

राहुल रवैल ने राज कपूर और लता मंगेशकर से जुड़ा किस्सा साझा करते हुए कहा था, “राज साहब एक दूरदर्शी थे, जो कि बड़े सपने देखते थे। उनके दिमाग में मौजूद कैनवास हमेशा बड़ा और बहुत ही वास्तविक होता था। उन्होंने हमारे देश में उस वक्त डकैतों के इर्द-गिर्द घूमती हुई फिल्म ‘जिस देश में गंगा बहती है’ का आर्थिक रूप से समर्थन किया था।”

राहुल रवैल ने राज कपूर के बारे में बात करते हुए आगे कहा, “फिल्म में एक गाना था ‘आ अब लौट चलें’, जिसके लिए उन्हें बड़ी मात्रा में कोरस और संगीतकार की जरूरत थी। उस वक्त की तकनीकों के कारण मल्टी-ट्रैक रिकॉर्डिंग नहीं की जा सकती थी। लेकिन उन्होंने ‘आ अब लौट चलें’ की रिकॉर्डिंग कई कोरस सिंगर और तकनीकियों के साथ सुबह तीन बजे टार्डियो के पास गलियों में की थी।”

राज कपूर और लता मंगेशकर का जिक्र करते हुए राहुल रवैल ने आगे कहा, “उस वक्त सड़क पर कोई ट्राफिक नहीं होता था। रिकॉर्डिंग के बीच ही उन्होंने रात के एक बजे लता मंगेशकर को कॉल किया और अपने दिल की बात बताते हुए कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हिरोइन के बिना क्लाइमेक्स सॉन्ग पूरा भी हो पाएगा।’ दरअसल, राज साहब लता जी की ओर से एक आलाप चाहते थे, जिसपर बाद में खुद लता जी ने भी हामी भरी थी।”

बता दें कि राज कपूर सिंगर लता मंगेशकर को अपनी फिल्म ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में भी कास्ट करना चाहते थे। लता मंगेशकर ने पहले तो राज कपूर का यह ऑफर स्वीकार कर लिया, लेकिन बाद में उन्होंने फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया था। उनसे जुड़ी यह बात उनकी बेटी रितु नंदा ने बताई थी।