बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राज कपूर ने अपने अंदाज और अपनी फिल्मों से हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई थी। राज कपूर को हिंदी सिनेमा का शो मैन भी कहा जाता था। यूं तो उन्होंने अपनी हर फिल्म से सिनेमा में धमाल मचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। लेकिन उनकी फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फेल हुई थी। फिल्म की असफलता का असर ऐसा पड़ा था कि लोगों ने राज कपूर का साथ तक छोड़ दिया था और कहने लगे थे कि वह पागल हो गए हैं।
राज कपूर से जुड़ी इस बात का खुलासा खुद उनकी बेटी रीमा जैन ने साल 2018 में फिल्मफेयर को दिए इंटरव्यू में किया था। रीमा जैन ने बताया था कि मेरा नाम जोकर की असफलता के बाद वितरकों और फाइनेंसरों ने उन्हें अकेला छोड़ दिया था। पिता को याद करते हुए रीमा जैन ने कहा था, “पापा का पैसों के साथ संबंध थोड़ा बुरा था। वह कहते थे कि या तो मैं एकाउंटेंट बनूं या बनाऊं।”
रीमा जैन ने राज कपूर से जुड़ी बातें साझा करते हुए आगे कहा, “इसलिए उन्होंने यह कभी नहीं सोचा था कि ‘मेरा नाम जोकर’ इतनी बुरी तरह से फेल होगी। वह उनकी दिल और जान थी। फिल्म के लिए बहुत कुछ गिरवी रखा गया था, जिसमें उनका सम्मान भी शामिल था। वह तबाह हो गए थे। जोकर के बाद लोगों ने उन्हें बिल्कुल अकेला छोड़ दिया था।”
राज कपूर के बारे में बात करते हुए रीमा जैन ने आगे कहा, “वितरकों और फाइनेंसरों ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया था। लोग कहते थे ‘राज कपूर सठिया (पागल) गया है, वह खत्म है अब।” बता दें कि ‘मेरा नाम जोकर’ की असफलता के बाद राज कपूर ने फिल्म बॉबी के निर्देशन से हिंदी सिनेमा में कदम रखा और बॉक्स ऑफिस पर भी धूम मचाई।
बॉबी के बारे में बात करते हुए रीमा जैन ने बताया, “पापा का एक दृढ़ विश्वास था। वह बिल्कुल ‘संगम’ फिल्म में उनके कैरेक्टर की तरह था, जो अपने दोस्त से कहता है कि मैं वापस जरूर लौटुंगा। उन्होंने 1973 में अपनी फिल्म ‘बॉबी’ से वापसी की और लोगों में खुद को साबित भी कर दिया।”