बॉलीवुड के मशहूर एक्टर दिलीप कुमार और राज कपूर के पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में स्थित घरों को अब संग्रहालय में तब्दील कर दिया जाएगा। दरअसल, प्रांत की सरकार ने बीते मंगलवार को बॉलीवुड के मशहूर अभिनेताओं दिलीप कुमार और राज कपूर के घरों को खरीदने की मंजूरी दे दी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पेशावर के जिला आयुक्त कैप्टन खालिद महमूद ने दोनों अभिनेताओं के घरों के वर्तमान मालिकों की आपत्तियों को खारिज कर दिया। साथ ही दोनों के घरों को पुरातत्व विभाग को सौंपने का भी निर्णय लिया।
दिलीप कुमार और राज कपूर के घरों को लेकर जिला आयुक्त कार्यालय की और से अधिसूचना भी जारी की गई है। इसके मुताबिक दिलीप कुमार और राज कपूर के घर अधिग्रहण करने वाले विभाग यानी निदेशक पुरातत्व एवं संग्रहालय के नाम रहेंगे।
बताया जा रहा है कि जहां एक तरफ राज कपूर के पैतृक घर की कीमत प्रांतीय सरकार ने करीब डेढ़ करोड़ रुपये तय की थी तो वहीं दिलीप कुमार के घर की कीमत करीब 80 लाख रुपए निर्धारित की गई थी। प्रांतीय सरकार से इतर कपूर परिवार की पैतृक हवेली के मालिक अली कादिर ने इसकी कीमत 20 करोड़ रुपए तय की थी।
दिलीप कुमार के घर की कीमत उसके मालिक गुल रहमान ने साढ़े तीन करोड़ रुपये निर्धारित की थी। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पुरातत्व विभाग के निदेशक केपीके अब्दुस समद ने कहा था कि सरकार दोनों घरों की कस्टडी अपने हाथों में लेकर जल्द ही इनके मरम्मत का काम करवा सकती है, जिससे इन घरों को वापस पहले जैसा बेहतर बनाया जा सके।
इन घरों के जरिए सरकार आम जनता को यह भी बताने की कोशिश करेगी कि दिलीप कुमार और राज कपूर जैसे सितारों का फिल्म इंडस्ट्री में क्या योगदान रहा है। बता दें कि राज कपूर का पैतृक घर किस्सा ख्वानी बाजार में स्थित है, जिसका निर्माण 1918 से 1922 के बीच हुआ था। इसी बिल्डिंग में राज कपूर का जन्म हुआ था और बाद में इसे सरकार द्वारा नेशनल हेरीटेज बिल्डिंग भी घोषित कर दिया गया था।
राज कपूर से इतर दिलीप कुमार का घर करीब 100 साल पुराना है और वह भी किस्सा ख्वानी बाजार में ही स्थित है। घर पूरी तरह से जर्जर अवस्था में है। इस घर को नवाज शरीफ की सरकार द्वारा साल 2014 में नेशनल हेरिटेज घोषित कर दिया गया था।