बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राजकुमार ने अपनी फिल्मों और अंदाज से लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। फिल्म ‘रंगीली’ से डेब्यू करने के बाद राजकुमार ने ‘मदर इंडिया’ और ‘पाकीजा’ जैसी कई फिल्मों में काम किया। उन्हें लेकर कहा जाता था कि राजकुमार के साथ-साथ उनके जूते भी एक्टिंग करते हैं। लेकिन राजकुमार जितने अच्छे एक्टर थे, वह डांसर उतने खास नहीं थे। इस बात का खुलासा उनके बेटे पुरु राजकुमार ने आईडीवा को दिये इंटरव्यू में किया था। उनके बेटे ने बताया था कि अपने पिता को डांस करता देख उन्होंने एक बार अपना चेहरा भी छुपा लिया था।
पुरु राजकुमार ने पिता राजकुमार के बारे में बात करते हुए कहा, “हम कभी भी उनके सेट पर नहीं गए थे। लेकिन एक बार हम मनाली छुट्टियां बिताने के लिए गए थे और वहां डैड को दिलीप साहब के साथ ‘सौदागर’ फिल्म की शूटिंग करनी थी। वहां ‘इमली का बूटा’ सॉन्ग की शूटिंग की जा रही थी और मेरे पिता व दिलीप साहब डांस स्टेप की प्रैक्टिस कर रहे थे।”
पुरु राजकुमार ने इंटरव्यू में आगे कहा, “यहां उन्हें देख पता चला कि मेरे पिता बहुत ही खराब डांसर थे। साल 1972 में आई उनकी ‘दिल का राजा’ फिल्म में जब मैंने उन्हें डांस करता हुआ देखा तो मैंने अपना चेहरा ही हाथ से छुपा लिया था। मैं अपने पिता से काफी बेहतर डांसर था।” पुरु राजकुमार ने अपने इंटरव्यू में राजकुमार के एक्टिंग करियर के बारे में भी बातचीत की।
पुरु राजकुमार ने बताया कि जब उनके पिता मेट्रो सिनेमा में फिल्म देखने गए थे तो वहां फिल्म निर्माता सोहराब मोदी की नजर उनपर पड़ी। उसके बाद ही उन्होंने मेरे पिता राजकुमार को फिल्म ऑफर की, लेकिन उन्होंने फिल्म करने से साफ मना कर दिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने सोहराब मोदी के साथ “नौशेरवान-ए-दिल” फिल्म बनाई।
बता दें कि राजकुमार ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें फिल्में देखना खास पसंद नहीं था और न ही वह जल्द ही फिल्में देखा करते थे। एक्टर डैनी डेनजोंगपा ने राजकुमार के बारे में बात करते हुए कहा था कि वह एक अनुशासन प्रिय इंसान थे। इसलिए कई बार उन्हें लगता था कि वह गलत इंडस्ट्री में आ गए हैं, क्योंकि यहां पर कभी भी शूटिंग की जा रही है। कभी भी लंच हो रहा है या सुबह के 4 बजे डिनर किया जा रहा है, जो कि राजकुमार को बिल्कुल भी पसंद नहीं आता था। बता दें कि एक्टर राजकुमार ने अपने करियर के दौरान करीब 70 फिल्मों में काम किया है।