अमेरिकी टीवी शो ‘क्वांटिको’ और आगामी फिल्म ‘बेवॉच’ के जरिये अंतरराष्ट्रीय मंच पर बहुत हद तक अपनी पहचान बना चुकी अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा का मानना है कि भारतीय अभिनेताओं को अब तक विश्व से उतना कुछ नहीं मिला है, जिसके वे पात्र हैं। ‘मैरीकॉम’ की 33 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि जब भारत से कोई अभिनेता काम करने के लिए पश्चिम में जाता है तो प्राय: वह रूढ़िवाद का शिकार हो जाता है।

आईफा में पुरस्कार ग्रहण करने के बाद प्रियंका ने कहा, ‘किसी दूसरे देश में जाकर काम करना कठिन है। समर्थन जताने के लिए मैं अपने प्रशंसकों को शुक्रिया कहना चाहती हूं। भारतीय अभिनेता जिसके पात्र हैं, उसका एक प्रतिशत हमें विश्व से मिला है। हमें किसी खास तरह की भूमिका में नहीं बांधा जाना चाहिए।’

अभिनेत्री ने आईफा में सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार जीता। वहीं उन्हें ‘वुमेन ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड से भी नवाजा गया। प्रियंका ने कहा कि वह हिन्दी फिल्म उद्योग का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं। उन्होंने साथ ही उनकी कला को बेहतरीन तरीके से तराशने के लिए अपने सभी निर्देशकों को शुक्रिया कहा, जिनकी बदौलत आज वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी साख मजबूत करने में लगी हैं।