Amazon Prime: स्वरा भास्कर की अमेजोन प्राइम पर रिलीज हुई वेब सीरीज़ ‘रसभरी’ (Rasbhari) को लेकर CBFC के प्रेसिडेंट और गीतकार प्रसून जोशी ने ट्वीट कर इसकी निंदा की निंदा की। प्रसून ने ट्वीट किया- ‘दुःख हुआ वेब सीरीज़ #rasbhari में असंवेदनशीलता से एक छोटी बच्ची को पुरुषों के सामने उत्तेजक नाच करते हुए एक वस्तु की तरह दिखाना निंदनीय है। आज रचनाकारों और दर्शक सोचें बात मनोरंजन की नहीं,यहाँ बच्चियों प्रति दृष्टिकोण का प्रश्न है,यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है या शोषण की मनमानी।’
दुःख हुआ।वेब सिरीज़ #rasbhari में असंवेदनशीलता से एक छोटी बच्ची को पुरुषों के सामने उत्तेजक नाच करते हुए एक वस्तु की तरह दिखाना निंदनीय है।आज रचनाकारों और दर्शक सोचें बात मनोरंजन की नहीं,यहाँ बच्चियों प्रति दृष्टिकोण का प्रश्न है,यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है या शोषण की मनमानी।
— Prasoon Joshi (@prasoonjoshi_) June 26, 2020
प्रसून के इस ट्वीट का जवाब देते हुए स्वरा भास्कर ने लिखा, ‘आदर सहित सर, शायद आप scene ग़लत समझ रहे हैं। सीन जो वर्णन किया है उसके ठीक उल्टा है। बच्ची अपनी मर्ज़ी से नाच रही है- पिता देख कर झेंप जाती है और शर्मिंदा होती है। नाच उत्तेजक नहीं है, बच्ची बस नाच रही है, वो नहीं जानती समाज उसे भी sexualise करेगा ये scene यही दिखाता है। #Rashbhari
आदर सहित सर, शायद आप scene ग़लत समझ रहे हैं। सीन जो वर्णन किया है उसके ठीक उल्टा है। बच्ची अपने मर्ज़ी से नाच रही है- पिता देख कर झेंप जाता है & शर्मिंदा होता है।नाच उत्तेजक नहीं है, बच्ची बस नाच रही है, वो नहीं जानती समाज उसे भी sexualise करेगा- scene यही दिखाता है। #Rashbhari https://t.co/xUAmRBHHjJ
— Swara Bhasker (@ReallySwara) June 26, 2020
इस जवाब पर कई लोग प्रसून जोशी को निशाना बनाने लगे और उन पर तीखी टिप्पणी करने लगे। एक यूजर आहना पाठक ने लिखा- मतलब वो सीन प्रशुन जोशी जैसे लोगों की सोच को एक्सपोज करने के लिए ही बनाया गया था , और कामयाब रहा।’ वहीं एक अन्य यूज़र शिवांश सिंह ने तंज़ कसा- ‘ऐसे लोग तब कहाँ रहते है जब आए दिन रेप की घटनाएं होती है। बालिका सुधार गृह मे जब इन अन्धभक्तों के नेताओं का हाथ होता है तब कहाँ होते है ऐसे लोग?’एक यूजर ने प्रसून जोशी पर सवाल दागते हुए कहा, ‘बच्ची के नाच पर एतराज़ उठाने वाले इन पाखण्डी महानुभाव से पूछिए की उत्तर प्रदेश के शेल्टर होम की गर्भवती नाबालिग बच्चियों और एड्स पीड़ित बच्ची के लिए इनके मन मे शर्म के भाव आते हैं या वो भी सरकारी अहसानो तले कहीं दब गए हैं…’
वहीं विपिन राठौर नाम के एक यूजर ने राय दी, ‘बेहतर होता कि प्रसून जी राजनीतिक पूर्वाग्रह से ग्रसित न होकर सीरीज की समीक्षा करते।’ इस बीच कुछ लोग प्रसून जोशी को पीएम मोदी के इंटरव्यू में पूछे गए सवाल याद दिलाने लगे। धर्मेंद्र शर्मा ने लिखा, ‘दुःख हुआ जब प्रसून जोशी भारतीय इतिहास के सबसे बर्स्ट PM के साक्षात्कार में पूछ रहे थे की इतनी फ़क़ीरी कहां से लाते हैं आप?’ वहीं संदीप सिंह नाम के यूजर ने कमेंट किया। ‘जोशी जी बाक़ी तो ठीक है आपके फ़क़ीर महाराज अंगूर कैसे खाते हैं ये जरूर पूछना इस बार…।’
वहीं कई लोगों ‘रसभरी’ की मुखालफत करते हुए इस पर बैन की भी मांग करते दिखे। राधादेव शर्मा ने जोशी के समर्थन में ट्वीट कर लिखा, ‘समस्या तो यह है कि एक तथाकथित बुद्धिजीवी महिला स्वरा भास्कर ही ऐसा कर रही है और गर्व के साथ कर रही है लेकिन समाज और संस्कृति की दुहाई देने वालों के मुंह पर ताले लग गए हैं। क्यों नहीं ऐसी वाहियात किस्म की सीरीज पर सरकार रोक नहीं लगा सकती?’ इसके अलावा यूजर निशा पांडे ने कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा, ‘सच तो ये है कि वेब सीरीज में महिलाओं और बच्चियों को एक बिकाऊ वस्तु बनाकर रख दिया है। इस बात पर सिर्फ दुख जताने से कुछ नहीं होगा बल्कि इसपर एक्शन होना चाहिए। एक बार आपको भी सोचना होगा कि कुछ लोग वेब सीरीज बनाकर आने वाले पीढ़ियों के सामने सिर्फ और सिर्फ नग्नता परोस रहे हैं।’