बॉलीवुड के मशहूर एक्टर पंकज त्रिपाठी हाल ही में फिल्म ‘मिमी’ में नजर आए, जिसमें उन्होंने कृति सेनन के साथ मुख्य भूमिका निभाई। अपनी एक्टिंग और अपने अंदाज से पंकज त्रिपाठी ने लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस साल उन्हें बतौर बेस्ट एक्टर राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया। हालांकि यहां तक पहुंचने के लिए पंकज त्रिपाठी को कई उतार-चढ़ाव से भी गुजरना पड़ा था। एक्टर के जीवन में एक पल ऐसा भी था, जब वह अंधेरी में घूम कर लोगों से कहते थे कि कोई एक्टिंग करवा लो।
इस बात का खुलासा खुद पंकज त्रिपाठी ने नवभारत टाइम्स को दिए इंटरव्यू में किया है। इंटरव्यू में पंकज त्रिपाठी ने बताया, “ईमानदारी से बताऊं तो मैंने साल 2004 से 2010 के बीच कुछ भी नहीं कमाया। मेरी पत्नी ही घर का सारा खर्च उठाती थी। मैं अंधेरी में घूमता था और लोगों से कहता था ‘कोई एक्टिंग करवा लो, कोई एक्टिंग करवा लो।”
पंकज त्रिपाठी ने इस बारे में बात करते हुए आगे कहा, “उस वक्त कोई भी मेरी बातें नहीं सुनता था। लेकिन अब जब मैं घर जाता हूं तो मैं देखता हूं कि मुझे फिल्में पार्किंग लॉट में ही मिल रही हैं। मैं देखता हूं कि निर्देशक पार्किंग लॉट में ही मेरा इंतजार कर रहे होते हैं और पूछते हैं कि तुम कहां हो?”
पंकज त्रिपाठी ने निर्देशक की बातें बताते हुए आगे कहा, “लोग कहते हैं कि मैं आपके साथ फिल्में करना चाहता हूं। शुरुआत में मैंने खूब संघर्ष किये, लेकिन मुझे कोई काम नहीं मिला। भले ही में काम की तलाश में अंधेरी में घूमता था, लेकिन अब मेरे पास फिल्मों की कतारें लगी हुई हैं जो कई बार मुझे पार्किंग में ही मिल जाती हैं।”
इससे इतर अपने एक इंटरव्यू में पंकज त्रिपाठी ने कहा था कि उनका यह सफर अब दूसरों को प्रेरित करता है। इस बारे में उन्होंने कहा, “जिंदगी के सभी उतार-चढ़ाव का फल मुझे मिला। मेरा सफर, सफलता मेरे अपने लिये हैं, लेकिन यह प्रेरणा दूसरे बच्चों को भी दे रहे हैं। मेरे इस सफर और उपलब्धि ने लोगों को आशा की किरण दी है और लोग अब यह विश्वास भी करते हैं कि कुछ भी असंभव नहीं है।”
