सेंसर बोर्ड के प्रमुख पहलाज निहलानी ने करण जौहर की फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ मामले में शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मामले में दखल देकर आज भारत के कानून को मजबूती दी है। साथ ही उन्होंने कहा, ‘सिनेमा बिरादरमी को अपनी जिम्मेदारी पता होनी चाहिए, उन्हें ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए, जिससे देश, सेना और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचे, क्योंकि फिल्में अहम माध्यम होती हैं। जब तक आतंकवाद खत्म ना हो जाए और भारत-पाक रिश्ते ना सुधरे, तब तक सरकार भी पाकिस्तानी कलाकरों को वीजा ना दे।’ बता दें, ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान होने पर राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने इसका विरोध किया था। मनसे ने धमकी दी थी कि वह फिल्म को रिलीज नहीं होने देगी। मनसे ने यह विरोध उरी हमले के बाद किया। उरी हमले के बाद मनसे ने पाकिस्तानी कलाकारों को 48 घंटे में भारत छोड़ने की धमकी भी दी थी। लेकिन शुक्रवार को करण जौहर की मूवी के रिलीज होने का रास्ता साफ हो गया है।

वीडियो में देखें- करण जौहर ने पाकिस्तानी कलाकारों के बारे में क्या कहा?

करण जौहर ने प्रोड्यूसर्स गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट के साथ जाकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से भेंट की और उन्हें आश्वासन दिया कि उरी हमले के बाद देश में जनभावना को दखते हुए फिल्मकार पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम नहीं करेंगे। जौहर और भट्ट शुक्रवार सुबह फड़णवीस से उनके निवास ‘वर्षा’ पर मिले। इस भेंट के दौरान महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे भी थे जिनकी पार्टी इस फिल्म की रिलीज का विरोध कर रही है क्योंकि इसमें पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान हैं।

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निर्माता सिद्धार्थ रॉय कपूर, सज्जाद नाडियावाला और फॉक्स स्टार स्टूडिया के विजय सिंह भी इस मौके पर मौजूद थे। मुलाकात के बाद भट्ट ने बताया कि यह सकारात्मक और रचनात्मक :भेंट: थी तथा ‘ए दिल है मुश्किल’ निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही रिलीज होगी।

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