पिछले काफी समय से संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती पर पूरे देशभर में विवाद चल रहा है। ऐसा लगता है कि फिल्म को जल्द ही सेसंर बोर्ड से सर्टिफिकेट नहीं मिलने वाला है। ऐसा इसलिए क्योंकि बोर्ड ने फिल्म को एक बार फिर से वापस कर दिया है। बोर्ड से जुड़े सूत्रों ने बॉलीवुड हंगामा को बताया कि इस हफ्ते फाइनली बोर्ड फिल्म को देखने वाला था। सूत्रों के अनुसार नए विवाद की वजह डिसक्लेमर है जिसका जिक्र फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने एप्लीकेशन में किया गया है। इसकी वजह से कई नए सवाल खड़े हो गए हैं।

केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड से जुड़े सूत्र ने बताया- हम ज्यादा विवरण का खुलासा नहीं कर सकते हैं। मगर नए डिसक्लेमर ने एक पूरी नई बहस शुरू कर दी है कि किस तरह फिल्म को देखने और प्रमाणित किए जाने की जरुरत है। इस समय हम केवल इतना बता सकते हैं कि यह एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें विशेषज्ञों के हस्तक्षेप की आवश्यकता है। इससे पहले भी बोर्ड फिल्म को वापस लौटा चुका है। वहीं कई राज्य फिल्म को अपने यहां बैन करने की मांग कर चुके हैं। इसमें लेटेस्ट नाम गोवा का है। जहां महिला मोर्चा ने फिल्म के खिलाफ मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा था।

महिला मोर्चा का कहना है कि संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती पर बैन लगाया जाना चाहिए। महिला मोर्चा का कहना है कि पर्यटन उन्मुख राज्य जैसे कि गोवा कानून व्यवस्था से संबंधित खतरा नहीं उठा सकता है। जिसके बाद मनोहर पर्रिकर ने कहा कि वो इस मांग पर तभी ध्यान देंगे जब फिल्म को सेंसर बोर्ड सर्टिफिकेट दे देगा।