प्रभास और कृति सेनन की फिल्म ‘आदिपुरुष’ विवाद के बावजूद अच्छा कलेक्शन कर रही है। हालांकि फिल्म की काफी आलोचना हो रही है, खराब वीएफएक्स, अभद्र संवाद, सीता की रिवीलिंग ड्रेस और राम का क्रोधी स्वभाव दिखाने की वजह से लोगों ने इसकी आलोचना की है और फिल्म में क्रिएटिव लिबर्टी के नाम पर जिस तरह का सीक्वेंस दिखाए गए हैं उसकी वजह से फिल्म के खिलाफ एक जनहित याचिका भी दायर की गई है। अब इस पर फिल्म के निर्देशक ओम राउत का जवाब आया है।
ये अफवाह है कि भगवान राम ने आपा नहीं खोया- ओम राउत
फिल्म के निर्देशक ओम राउत ने रिपब्लिक वर्ल्ड के साथ एक इंटरव्यू के दौरान श्रीराम के एग्रेसिव अवतार पर कहा: “वह युद्ध के मैदान में है, वह युद्ध के बीच में है, वह एक राजा भी है, इसलिए वह आक्रामक हैं। ”।
ओम राउत ने कहा, “यह अफवाह है कि भगवान राम ने कभी आपा नहीं खोया। यदि आप वाल्मीकि के संस्करण या तुलसी के रामायण के संस्करण का अध्ययन करते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाएगा।”
वहीं फिल्म के संवाद लेखक और गीतकार मनोज मुंतशिर ने कहा, “जब मैंने एक बच्चे के रूप में रामानंद सागर की रामायण देखी, तो यह अभूतपूर्व था। इसने मुझ पर बहुत प्रभाव डाला। उन्होंने तकनीक का इस्तेमाल किया जो उस दौर के लिए बेहद आधुनिक थी। हमने इससे पहले कभी टीवी पर ऐसा कुछ नहीं देखा था। उस काम ने मुझ पर प्रभाव डाला और हमने आने वाली पीढ़ियों पर प्रभाव डालने के लिए आदिपुरुष को बनाई।”
मनोज मुंतशिर ने दी सफाई
विवादों के बाद फिल्म ‘आदिपुरुष’ के डायलॉग बदले जा रहे हैं। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मनोज मुंतशिर ने बयान जारी करते हुए कहा था कि आदिपुरुष में उन्होंने 4,000 से अधिक लाइनें लिखीं, लेकिन “पांच लाइनों के कारण” कुछ लोगों की भावनाएं आहत हो गईं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि विवादास्पद संवादों को बदल दिया जाएगा।
मनोज ने लिखा, ”मैं अपने डायलॉग्स के पक्ष में अनगिनत दलीलें दे सकता हूं, लेकिन इससे आपका दर्द कम नहीं होगा। मैंने और फिल्म के निर्माता-निर्देशक ने तय किया है कि जो डायलॉग्स आपको ठेस पहुंचा रहे हैं, उनमें से कुछ में हम बदलाव करेंगे। जो इसी हफ्ते फिल्म में जोड़ा जाएगा। श्री राम आप सभी का भला करें।”
इस बीच, एक अन्य इंटरव्यू के दौरान, मनोज मुंतशिर ने कहा कि उन्होंने फिल्म के निर्माण के दौरान ओम राउत पर पूरी तरह से भरोसा किया और कहा कि इसकी कहानी और पटकथा के बारे में सभी सवाल राउत से पूछे जाने चाहिए।