बॉलीवुड की वेटरन एक्ट्रेस नीना गुप्ता किसी भी मद्दे पर अपना राय खुलकर और बेबाक तरीके से रखने के लिए जानी जाती हैं। हाल ही में नीना ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि जब वो अपनी बेटी की सिंगल पैरेंट बनी तो कई लोग उनसे शादी करने के लिए तैयार थे, जिससे वह उनकी बेटी मसाबा को अपना नाम दे सकें। लेकिन इस चीज के लिए उन्होंने उन सभी लोगों से साफ तौर पर इंकार कर दिया और अपनी बेटी मसाबा को अकेले ही पाल-पोसकर बड़ा करने के बारे में फैसला किया। उन्होंने आगे बताया मसाबा को अकेले पालने के दौरान मुश्किलें आ रही थीं। इस दौरान उनके पिता उनके पास आ गए उन्होंने नीना संभाला और उनकी बेटी को बड़ा करने में मदद की।

इसके अलावा नीना ने बताया ‘मेरी मां का दिहांत काफी पहले हो गया था। ऐसे में मेरे पिता ने मेरे पास आकर मेरी बेटी को संभाला। मेरे पास पति नहीं था लेकिन भगवान ने मुझे पिता के रूप में सहारा दिया और जिस तरह उन्होंने मसाबा और मुझे संभाला मेरे लिए वो सब कुछ बन गए।’ शादी के बारे में बात करते हुए नीना ने कहा लोग ‘मुझे बहुत मजबूत और बोल्ड लेडी समझते थे। क्योंकि मैंने शादी ना करके सिंगल मदर बनने का फैसला लिया लेकिन इस बात ने मेरी समाज में नाकारात्मक छवि भी बना दी थी।’ नीना गुप्ता ने एक वेब पोर्टेल को दिए इंटरव्यू में इन सब बातों के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि उनकी निजी जिंदगी उनकी मीडिया के सामने छवि से एकदम अलग है।

नीना ने अपनी जिंदगी के बारे में एक बड़ी बीत बताई। उन्होंने कहा- ‘सिंगल पैरेंट के मेरे फैसले के बाद कई लोगों ने मुझसे हमदर्दी जताना शुरू कर दी थी, मेरे दोस्त ने तो मुझसे शादी करने तक की बात कह दी थी जिससे मेरी बेटी मसाबा को कोई सरनेम मिस सके।’ लेकिन उन्होंने आगे बताया कि सिर्फ बेटी को सरनेम देने के लिए शादी का फैसला करना उनके लिए कठिन था इसलिए उन्होंने मसाबा को खुद नाम देने का फैसला किया।

बता दें 1980 के दशक में भारतीय दौरे पर आए वेस्टइंडीज के दिग्गज खिलाड़ी सर विवियन रिचर्ड्स का और नीना गुप्ता का अफेयर काफी जोरों पर था। मसाबा गुप्ता, विवियन रिचर्ड्स और नीना गुप्ता की ही बेटी हैं। दोनों के अफेयर के बाद भी विवियन, नीना से शादी नहीं कर पाए थे। जिस वजह से नीना ने मसाबा को पैदा करने का और अकेले पालने का एक बहादुर कदम उठाया था।